यूरोपीय स्पेस एजेंसी का यूक्लिड टेलीस्कोप (Euclid space telescope) इसी साल लॉन्च किया गया था। इस टेलीस्कोप द्वारा ली गई पहली तस्वीरों को स्पेस एजेंसी (ESA) ने अनवील किया है। इस तस्वीर में एक-दो नहीं, बल्कि कई सारी आकाशगंगाओं को दिखाया गया है। इंसान गिनते-गिनते थक जाएगा, इतनी आकाशगंगाओं को यूक्लिड टेलीस्कोप ने एक क्लिक में कैप्चर किया है।
गौरतलब है कि
यूक्लिड टेलीस्कोप को 4 महीने पहले ही अंतरिक्ष में लॉन्च किया गया था। यह सूर्य-पृथ्वी के पॉइंट लैंग्रेजियन-2 (L2) पर पहुंचकर ब्रह्मांड को टटोल रहा है। L2 पॉइंट की पृथ्वी से दूरी करीब 15 लाख किलोमीटर है।
यूक्लिड टेलीस्कोप ने जो तस्वीरें ली हैं, वैसी तस्वीरें पहले हबल टेलीस्कोप (Hubble) भी ले चुका है, लेकिन इस दफा ज्यादा स्पष्ट इमेज कैप्चर हुई हैं। इनमें अच्छी डिटेल नजर आती है। ESA की रिपोर्ट के अनुसार, जिन तस्वीरों को यूक्लिड टेलीस्कोप ने कैप्चर किया है, उनमें 1 हजार आकाशगंगाएं एक ग्रुप शॉट में हैं। इनकी पृथ्वी से दूरी करीब 24 करोड़ प्रकाश वर्ष है। सबसे खास इमेज है 1 लाख आकाशगंगाओं की, जो पृथ्वी से कई लाख प्रकाश वर्ष दूर हैं। एक इमेज में एक लाख आकाशगंगाओं का होना दिलचस्प है।
रिपोर्ट के अनुसार, यूक्लिड टेलीस्कोप में जो इंस्ट्रूमेंट लगे हैं, वह इतने सेंसटिव हैं कि छोटी से छोटी आकाशगंगा को ढूंढ सकते हैं। ऐसे आकाशगंगाएं जो आजतक धुंधली नजर आती थीं, उन्हें भी अब साफ देखा जा रहा है। यूक्लिड टेलीस्कोप ने हमारी आकाशगंगा जैसी ही एक आकाशगंगा को भी कैप्चर किया है।
वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि भविष्य के स्पेस ऑब्जर्वेशंस में यूक्लिड टेलीस्कोप काफी मददगार होगा। अगले 6 साल में यह टेलीस्कोप अरबों की संख्या में आकाशगंगाओं को ऑब्जर्व करेगा और ब्रह्मांड का 3डी मैप तैयार किया जाएगा। यह टेलीस्कोप कोई छोटा-मोटा प्रोजेक्ट नहीं है। इस मिशन में नासा ने भी पैसा लगाया है। मिशन को अमेरिका से लॉन्च किया गया था। नासा ने इस टेलीस्कोप के कुछ इस्ट्रूमेंट सप्लाई किए हैं।