चीन अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम को तेजी से आगे बढ़ा रहा है। उसका मून मिशन तो जारी है ही, मंगल मिशन की भी तैयारियां चल रही हैं। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की तर्ज पर वह अपना अंतरिक्ष स्टेशन तैयार कर रहा है, जिसके लिए एक कार्गो जहाज को मंगलवार को निर्माणाधीन स्पेस स्टेशन के साथ डॉक किया गया। तियानझोउ-4 अंतरिक्ष यान को हैनान के दक्षिणी द्वीप प्रांत में वेनचांग लॉन्च बेस से लॉन्ग मार्च-7 Y5 रॉकेट के ऊपर अंतरिक्ष में उतारा गया। देश की स्टेट मीडिया ने बताया कि इसे लगभग सात घंटे बाद स्टेशन के साथ डॉक किया गया। यह कार्गो जहाज अगले चालक दल के लिए रिसर्च इक्विपमेंट और स्टेशन को मेंटेन करने के लिए स्पेयर पार्ट्स को सप्लाई कर रहा है।
एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, चालक दल 6 महीने अंतरिक्ष में बिताएगा। पिछले महीने ही एक अन्य चालक दल 6 महीने बिताकर अंतरिक्ष से लौटा था। अब अगले मिशन के तहत अंतरिक्ष में जाने वाला 3 सदस्यीय चालक दल वहां शेनझोउ 14 कैप्सूल में दो मॉड्यूल जोड़ने के लिए जाएगा। तियांगोंग जिसे हेवनली पैलेस भी कहते हैं, उसका मुख्य मॉड्यूल अप्रैल 2021 में लॉन्च किया गया था। इसका काम इस साल पूरा करने की योजना है।
पूर्व के सोवियत संघ और अमेरिका के बाद अपने दम पर यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजने वाला चीन तीसरा देश है। तियांगोंग चीन का तीसरा अंतरिक्ष स्टेशन है। इससे पहले साल 2011 और 2016 में भी दो स्टेशन लॉन्च किए जा चुके हैं। ध्यान रहे कि चीन को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से बाहर रखा गया है, क्योंकि अमेरिका को लगता है चीन का स्पेस प्रोग्राम वहां की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की सैन्य शाखा, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी द्वारा चलाया जाता है।
चीन के अंतरिक्ष कार्यक्रमों की बात करें, तो इसने रोबोट रोवर्स को चंद्रमा पर उतारा है और एक रोवर को पिछले साल मंगल ग्रह पर पहुंचाया है। चीन के रोवर ने चंद्रमा से नमूने लेकर पृथ्वी पर भी पहुंचा दिया है। यह देश अब चंद्रमा पर अपने मानव मिशन की तैयारियों में जुट गया है। चीन अपने पहले रियूजेबल स्पेसक्राफ्ट को भी लैंड करा चुका है। हालांकि दो साल बाद भी इस सफलता से जुड़ी कोई डिटेल या फोटो शेयर नहीं की गई है।
शेनझोउ 14 क्रू मिशन के तहत अगले 6 महीने तक 3 यात्री, अंतरिक्ष में रहेंगे। जब वह मिशन अपने आखिरी दौर में होगा, तो तीन और अंतरिक्ष यात्रियों को छह महीनों के लिए शेनझोउ 15 से लॉन्च किया जाएगा। इस तरह दो चालक दल तीन से पांच दिनों के लिए ओवरलैप करेंगे और पहली बार स्टेशन पर 6 लोग सवार होंगे।