दुनिया के पहले प्राइवेट मिशन के तहत इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर गए तीन अमीर बिजनेसमैन और नासा के एक पूर्व अंतरिक्ष यात्री करीब दो सप्ताह बाद सोमवार को पृथ्वी पर वापस लौट आए। उन्होंने अमेरिका के फ्लोरिडा तट पर लैंडिंग की। अमेरिकी कंपनी Axiom Space के इस मिशन में एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) ने भी भूमिका निभाई थी। इस मिशन को पहले ही पृथ्वी पर लैंड करना था, लेकिन मौसमी बाधाओं के चलते देरी हुई। आखिरकार चार विशाल पैराशूट पर सभी अंतरिक्ष यात्रियों ने धरती पर सफल लैंडिंग कर ली।
अंतरिक्ष यात्रियों के स्पेसशिप ने 17,500 मील प्रति घंटे (28,000 किलोमीटर प्रति घंटे) की रफ्तार से वातावरण में दोबारा प्रवेश किया। इस वजह से स्पेसशिप पर आए निशानों के चलते इस ‘टोस्टेड मार्शमैलो' कहकर पुकारा गया। एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, एक्सिओम स्पेस के ऑपरेशंस डायरेक्टर, डेरेक हासमैन ने कहा कि हमने साबित किया कि हम चालक दल को इस तरह से तैयार कर सकते हैं, जो उन्हें ऑर्बिट में इफेक्टिव और प्रोडक्टिव बनाता है। हम ऐसा फिर से करने के लिए तैयार हैं।
Axiom Space ने इस मिशन के तहत ट्रांसपोर्ट सर्विसेज के लिए SpaceX और ISS के इस्तेमाल के लिए NASA को पेमेंट किया। इसके बदले अंतरिक्ष की सैर पर गए तीन यात्रियों ने 55 मिलियन डॉलर (लगभग 420 करोड़ रुपये) का भुगतान किया, ऐसा कहा जाता है।
नासा के प्रमुख बिल नेल्सन ने ट्वीट किया। "घर में स्वागत है, एक्सिओम-1!" कमर्शल स्पेस सेक्टर में हमने जो प्रगति देखी है, वह प्राइवेट इंडस्ट्री के सहयोग के बिना संभव नहीं होगी। गौरतलब है कि नासा अंतरिक्ष से जुड़े कुछ मिशनों में प्राइवेट इंडस्ट्री में संभावनाएं देख रही है, ताकि वो अपना फोकस चंद्र और मंगल मिशनों पर कर सके।
इस मिशन के तहत नासा (NASA) के पूर्व अंतरिक्ष यात्री माइकल लोपेज-एलेग्रिया (Michael Lopez-Alegria), अमेरिकी निवेशक और प्राइवेट पायलट लैरी कॉनर (Larry Connor), इजरायल के निवेशक और पूर्व लड़ाकू पायलट एयटन स्टिब्बे (Eytan Stibbe) और कनाडा के उद्यमी मार्क पैथी (Mark Pathy) ने 8 अप्रैल को अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी थी। ये सभी 8 दिनों के टूर पर अंतरिक्ष में गए थे, लेकिन खराब मौसम की वजह से उनकी लैंडिंग में देरी हुई।
इन यात्रियों ने ऑर्बिट में 17 दिन बिताए, जिनमें से 15 दिन ये ISS पर थे। बताया जाता है कि मिशन में हुई देरी और अंतरिक्ष में ज्यादा समय बिताने के बदले यात्रियों से कोई अतिरिक्त पैसा नहीं लिया गया।