आकाश में हर रात चमकने वाले लाखों-करोड़ों सितारे खुद में कई रहस्यों को लपेटे हुए हैं। सबसे बड़ा रहस्य उनके जन्म और मौत से जुड़ा है। वैज्ञानिक अभी तक यह जान पाए हैं कि जब कोई तारा अपने जीवन के आखिरी वक्त में पहुंचता है, तो उसकी फ्यूल सप्लाई खत्म हो जाती है। तब उसमें बहुत भयानक विस्फोट होता है। इस वजह से तारा बहुत चमकदार हो जाता है, जिसे हजारों प्रकाश वर्ष दूर तक देखा जा सकता है। तारों में विस्फोट की इस घटना को सपुरनोवा कहते हैं। एक एस्ट्रोफोटोग्राफर ने इसी घटना को पृथ्वी से कैप्चर किया है।
एंड्रयू मैककार्थी एक जानेमाने एस्ट्रोफोटोग्राफर हैं और ब्रह्मांड की तस्वीरों से दुनिया को रू-ब-रू करवाते हैं। वह सोशल मीडिया में भी काफी सक्रिय रहते हैं और बड़ी खगोलीय घटनाओं पर जरूरी जानकारी देते हैं। एंड्रयू मैककार्थी ने सुपरनोवा की घटना को तब कैद किया, जब उनका टेलीस्कोप पिनव्हील आकाशगंगा (Pinwheel galaxy) को टटोल रहा था।
उनके टेलीस्कोप ने जो फ्रेम कैप्चर किए, एंड्रयू ने उसकी एक सीरीज तैयार कर शेयर की है। पिनव्हील आकाशगंगा को M10 के नाम से भी जाना जाता है। यह हमारी आकाशगंगा से लगभग 70 फीसदी बड़ी है और पृथ्वी से 21 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर है। ऐसा पहली बार नहीं है, जब एंड्रयू मैककार्थी ने अपनी तस्वीर से चौंकाया है।
इसी साल मार्च में सूर्य में एक घटना देखी गई थी। सूर्य में इतना ऊंचा
सौर बवंडर (solar tornado) उठा, जो पहले नहीं देखा गया था। इसकी ऊंचाई पृथ्वी की ऊंचाई से भी लगभग 10 गुना ज्यादा थी। एंड्रयू मैककार्थी ने भी अपने ट्वीट में इसकी पुष्टि की थी। उन्होंने अपने सोलर टेलिस्कोप से इस घटना को कैद किया। एंड्रयू ने बताया था कि उन्होंने अपने सोलर टेलीस्कोप के साथ 3 घंटे बिताए, तब जाकर सूर्य पर एक लंबी बवंडर जैसी चीज दिखाई दी।
हाल में उन्होंने
चांद की एक तस्वीर अपने सोशल मीडिया अकाउंट में शेयर की थी। तस्वीर को चांद की ही 2 लाख 80 हजार फोटो खींचकर तैयार किया गया। फोटो में चांद की सतह पर मौजूद लावा की झीलें, रेंगने वाले कीड़ों के निशान की तरह दिखने वाली लावा ट्यूब, घाटियां और इम्पेक्ट क्रेटर भी देखे जा सकते थे।