पृथ्वी के बाहर जीवन की खोज मनुष्य के लिए हमेशा से ही एक महत्वाकांक्षी सपना रहा है। हालांकि अभी तक किसी और ग्रह पर पृथ्वी जैसा जीवन पनपता नहीं पाया गया है। लेकिन एस्टरॉयड इस दिशा में क्रांतिकारी संकेत दे रहे हैं। नासा ने एस्टरॉयड के जो सैम्पल इकट्ठा किए हैं उनमें न केवल जीवन की नींव रखने वाले तत्व हैं बल्कि कुछ ऐसे नमकीन अवशेष भी हैं जो किसी पुराने गीले जगत का प्रमाण देते हैं। यानि सौरमंडल में कोई और भी ऐसा ग्रह है जहां पर कभी पानी रहा होगा या हो सकता है जीवन भी रहा हो।
वैज्ञानिकों ने
एस्टरॉयड से मिले सैम्पल के आधार पर कुछ चौंकाने वाली बातें कही हैं। जो नतीजे सामने आए हैं वो पुख्ता प्रमाण दे रहे हैं कि एस्टरॉयड ही वे खगोलीय पिंड हैं जिन्होंने धरती पर जीवन के बीज बोए होंगे।
स्टडी में यह भी पाया गया है कि एस्टरॉयड में मौजूद ये अवयव शुरू से ही पानी के साथ मिले होंगे। स्टडी के मुख्य लेखकों में से एक टिम मकॉय ने कहा कि यह ऐसा वातावरण है जिससे जीवन के अंकुर फूटना संभव है।
नासा के ओसिरिस-रेक्स (Osiris-Rex) अंतरिक्ष यान पृथ्वी के निकट मौजूद एस्टरॉयड बेन्नु से 122 ग्राम धूल और कंकड़ लेकर आया और 2023 में सैम्पल के कनस्तर को उटाह रेगिस्तान में पहुंचाया। इसके बाद यह दूसरे एस्टरॉयड की खोज में निकल गया। इससे पहले जापान ने भी दो एस्टरॉयड के सैम्पल इकट्ठा करने के लिए मिशन चलाया था। लेकिन उन मिशनों में बहुत थोड़ी सामग्री इकट्ठा हो पाई थी।
Bennu एस्टरॉयड मलबे का एक टुकड़ा मात्र माना जाता है। इसके बारे में कहा जाता है कि यह असल में एक बहुत बड़े एस्टरॉयड का हिस्सा था जो अंतरिक्ष में दूसरी चट्टानों के साथ टकरा गया। स्टडी से जो नतीजे निकले हैं वे बताते हैं कि बेन्नू की पेरेंट बॉडी यानी उस बड़े एस्टरॉयड में झीलों का एक जाल रहा होगा, या फिर समुद्र भी हो सकता है। जैसे-जैसे उसका पानी भाप बनकर उड़ा यह अपने पीछे यह नमकीन अवशेष छोड़ गया। लेकिन यह लेटेस्ट स्टडी इस बात को और पक्का कर देती है कि पृथ्वी के बाहर घूमती ये चट्टानें जिन्हें एस्टरॉयड कहा जाता है, ये कोई साधारण पत्थर नहीं है। ये किसी ऐसे दुनिया के अवशेष हो सकते हैं जहां पर कभी जीवन रहा होगा।
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