Asteroid : एस्टरॉयड का हमारी पृथ्वी के करीब आना जारी है। ये आसमानी चट्टानें वैज्ञानिकों को अलर्ट पर ला देती हैं, क्योंकि अगर कोई एस्टरॉयड हमारे ग्रह से टकरा जाए, तो बड़े पैमाने पर तबाही मचाने की काबिलियत रखता है। वैज्ञानिक मानते आए हैं कि करोड़ों साल पहले पृथ्वी से डायनासोरों का खात्मा एक एस्टरॉयड की टक्कर के बाद मचे विनाश से हुआ था। बहरहाल, कल यानी 2 फरवरी को एक विशालकाय एस्टरॉयड, पृथ्वी के नजदीक से गुजरने वाला है। इसके बारे में जानते हैं।
अगले कुछ दिनों में जो एस्टरॉयड, धरती के करीब आ रहे हैं, उनमें Asteroid 2008 OS7 सबसे बड़ा है। नासा जेपीएल (Nasa JPL) के
अनुसार यह 2 फरवरी को 28 लाख 50 हजार किलोमीटर की दूरी से हमारे ग्रह के करीब से गुजरेगा। 890 फीट आकार का Asteroid 2008 OS7 एक इनडोर स्टेडियम के साइज का है।
हालांकि इसके पृथ्वी से टकराने की संभावना नहीं है। लेकिन वैज्ञानिक तब तक इस पर नजर बनाए रखेंगे, जबतक यह पृथ्वी से बहुत दूर नहीं चला जाता।
2 फरवरी को दो अन्य एस्टरॉयड भी पृथ्वी के करीब आ रहे हैं। इनका आकार किसी विमान के बराबर हो सकता है। इनमें से एस्टरॉयड (2024 BJ3) का साइज लगभग 71 फीट है और यह 8 लाख 57 हजार किलोमीटर की दूरी से हमारे ग्रह को पार करेगा।
नासा के
अनुसार, एस्टरॉयड्स को लघु ग्रह भी कहा जाता है। जिस तरह हमारे सौर मंडल के सभी ग्रह सूर्य का चक्कर लगाते हैं, उसी तरह एस्टरॉयड भी सूर्य की परिक्रमा करते हैं। लगभग 4.6 अरब साल पहले हमारे सौर मंडल के शुरुआती गठन से बचे हुए चट्टानी अवशेष हैं एस्टरॉयड। वैज्ञानिक अभी तक 11 लाख 13 हजार 527 एस्टरॉयड का पता लगा चुके हैं।
ज्यादातर एस्टरॉयड एक मेन एस्टरॉयड बेल्ट में पाए जाते हैं। यह मंगल और बृहस्पति ग्रह के बीच है। इनका साइज 10 मीटर से 530 किलोमीटर तक हो सकता है। अबतक खोजे गए सभी एस्टरॉयड का कुल द्रव्यमान पृथ्वी के चंद्रमा से कम है।