शाओमी ने भारत में एक ई-वेस्ट मैनेजमेंट प्रोग्राम, मी इंडिया प्रोडक्ट टेक-बैक एंड रीसाइक्लिंग प्रोग्राम का ऐलान किया है। जैसा कि प्रोग्राम के नाम से ज़ाहिर होता है, कंपनी काम में ना लाए जा सकने वाले इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट को रीसाइकिल करने के उद्देश्य से लेगी और इसके बदले में 100 रुपये वाले डिस्काउंट कूपन देगी। जिसे कंपनी के ऑनलाइन स्टोर पर न्यूनतम 1,000 रुपये की खरीदारी के दौरान इस्तेमाल किया जा सकता है।
गौर करने वाली बात है कि, रीसाइक्लिंग प्रोग्राम सिर्फ उन प्रोडक्ट के लिए है जो बेकार हो चुके हैं। और शाओमी खराब हो चुके प्रोडक्ट के लिए कोई रिपेयर या रीप्लेसमेंट ऑफर नहीं कर रही है। कंपनी ने एक पोस्ट में कहा, ''पर्यावरण की तरफ़ अपनी जिम्मेदारियों के तहत, हमने इलेक्ट्रॉनिक आइटम जैसे मोबाइल, पावर बैंक, स्पीकर और हेडफोन आदि को रीसाइकिल करने की शुरुआत की है। जिन्हें ग्राहकों द्वारा कचरे के तौर पर फेंक दिया जाता है।'' शाओमी ने कहा कि ई-वेस्ट मैनेजमेंट सॉल्यूशन अभी टीईएस-एएमएम इंडिया द्वारा मुहैया कराया जा रहा है।
अपने प्रोडक्ट कंपनी तक पहुंचाने के लिए, आपको कंपनी का ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा। फॉर्म भरने के लिए आपको मी अकाउंट में लॉगइन करना होगा। फॉर्म भरने के बाद, मी इंडिया के आधिकारिक रीसाइकिल करने वाले लोग आपसे सात दिन के भीतक संपर्क करेंगे और पिकअप रिक्वेस्ट के 15 दिन के अंदर सामान को ले जाया जाएगा। इस प्रोग्राम के तहत आपका सामान रीसाइकिल करने के लिए यूज़र को किसी तरह का शुल्क नहीं देना होगा।
चीनी स्मार्टफोन निर्माता द्वारा लिया गया यह एक बेहद सकारात्मक और ईको-फ्रेंडली फैसला है। और हम अपने सभी पाठकों को (जिनके पास काम ना करने वाले बेकार इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट हैं) इस प्रोग्राम का हिस्सा लेने की सलाह देंगे। और हमारा कहना है कि ऐसे कचरे को फेंकने की जगह कंपनी को दे दें। ई-वेस्ट आज के समय में दुनियाभर में एक गंभीर मुद्दा है और भारत में शाओमी द्वारा की गई यह एक अच्छी पहल है।