Samsung पर आरोप लगाया गया है कि कंपनी द्वारा हाल ही में लॉन्च किए गए Galaxy S सीरीज के स्मार्टफोन्स पर मौजूद स्पेस जूम फीचर यूजर्स को गुमराह कर रहा है। बता दें कि ये फीचर चांद की हाई रिजॉल्यूशन तस्वीरें कैप्चर करने का दावा करता है। फीचर को सबसे पहले सैमसंग Galaxy S20 Ultra में जोड़ा गया था, और इसके बाद ये सभी 'Ultra' मॉडल में पेश किया गया है। हालांकि, एक यूजर ने दावा किया है कि दक्षिण कोरियाई कंपनी ने स्मार्टफोन की मार्केटिंग करते हुए इस फीचर और इसके काम करने के तरीके को गलत तरीके से पेश किया है।
Reddit पर शनिवार को एक यूजर Doktor Bülder (Reddit, Instagram: ibreakphotos) ने एक पोस्ट में 2021 के MSPoweruser आर्टिकल का हवाला दिया, जिसमें दावा किया गया था कि
Samsung Galaxy S21 Ultra पर 100x स्पेस जूम फीचर का इस्तेमाल करके क्लिक की गई तस्वीरें आर्टिफिशियल रूप से ट्यून होती है। Reddit यूजर ने चांद की एक डिजिटल तस्वीर पर फीचर को टेस्ट करने का दावा किया है, यह दिखाता है कि सैमसंग का स्पेस जूम फीचर धुंधली तस्वीरों में डिटेल्स जोड़ता है, उन तस्वीरों में भी जो बेहद धुंधली थीं या दिखाई नहीं दे रही थीं। पोस्ट को वर्तमान में 10,000 से अधिक अपवोट मिले हैं और प्लेटफॉर्म पर 1,100 से अधिक कंमेंट्स किए जा चुके हैं।
अपने दावों को साबित करने के लिए, रेडिट यूजर ने चांद की एक तस्वीर डाउनलोड की और उसमें ब्लर इफेक्ट लगाया और फिर अपने कंप्यूटर मॉनीटर पर उस फोटो को ओपन करके अपने Samsung Galaxy S-Series Ultra मॉडल के जरिए उसकी फोटो क्लिक की। यूजर ने इस प्रोसेस की स्क्रीन रिकॉर्डिंग भी शेयर की, जिसमें अंतिम तस्वीर में चंद्रमा की सतह पर क्रेटर और अन्य डार्क क्षेत्रों जैसी डिटेल्स जुड़ती दिखाई दे रही है। यूजर ने तस्वीर के एक हिस्से को भी एडिट किया, हाइलाइट्स को बढ़ाया ताकि यह एक सफेद ब्लॉब हाइलाइट करे, लेकिन उसके बावजूद फोन ने AI बेस्ड इफेक्ट को लागू किया।
Huawei P30 Pro पर इसी तरह का फीचर भी विवाद में आया था, जिसमें कहा गया था कि फीचर इसके द्वारा लिए गए मून शॉट के ऊपर चांद की अन्य तस्वीरों को ओवरले कर देता है। हालांकि, इसके विपरीत सैमसंग के स्पेस जूम फीचर के लिए दावा किया गया है कि यह चंद्रमा की तस्वीरों को कैप्चर करता है और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल करता है। इसके अलावा, कहा गया है कि मशीन लर्निंग तकनीक तस्वीरों में डिटेल्स बढ़ाने का काम करती है। हालांकि, Reddit यूजर का दावा है कि सैमसंग चंद्रमा की तस्वीरों में टेक्स्चर भी जोड़ रहा है।
बता दें कि Samsung ने 2021 में MSPoweruser
आर्टिकल का जवाब दिया था, जिसमें कहा गया था कि कंपनी का स्पेस जूम फीचर AI का उपयोग तस्वीरों का पता लगाने के लिए कर रहा था, जब यूजर द्वारा इसे प्रीव्यू किया जा रहा था, इसे कंपनी के एआई मॉडल के खिलाफ टेस्ट किया गया था। यदि कैमरा चांद के रूप में सब्जेक्ट का सफलतापूर्वक पता लगाता है, तो यह नॉइस और ब्लर कम करने के लिए तस्वीरों को एन्हांस करता है।
कंपनी की पिछली प्रतिक्रिया से, यह स्पष्ट है कि सैमसंग ने पहले ही दावा किया है कि कंपनी ML और AI का उपयोग करके तस्वीरों में डिटेल्स जोड़ रही है, जिसके कारण चांद की फोटो में ज्यादा डिटेल्स दिखाई देती हैं। फिलहाल कंपनी ने रेडिट यूजर के दावे के जवाब में बयान जारी नहीं किया है।