दुनिया भर में लोकप्रिय iPhones को लेकर एक दिलचस्पी तथ्य का पता चला है। अमेरिका में एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स का इस्तेमाल करने वाले लोगों की तुलना में Apple का iPhone खरीदने वाले यूजर्स इसे लंबी अवधि तक रखते हैं। आईफोन के 10 में से छह यूजर्स इस स्मार्टफोन को दो या इससे अधिक वर्ष तक इस्तेमाल करते हैं। एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स का इस्तेमाल करने वालों के लिए यह आंकड़ा 10 यूजर्स में से केवल चार का है।
Consumer Intelligence Research Partners की रिपोर्ट के अनुसार, आईफोन के अमेरिका में 29 प्रतिशत यूजर्स इसे तीन वर्ष तक रखते हैं, जबकि एंड्रॉयड यूजर्स के लिए यह आंकड़ा 21 प्रतिशत का है। आईफोन के यूजर्स में से लगभग 10 प्रतिशत अपने स्मार्टफोन को एक वर्ष या इससे कम अवधि में बदल देते हैं। इसकी तुलना में एंड्रॉयड स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने वालों में से लगभग 25 प्रतिशत एक वर्ष या इससे कम में स्मार्टफोन को बदलते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि एंड्रॉयड यूजर्स के लिए नया स्मार्टफोन लेना कुछ आसान हो सकता है क्योंकि इसका प्राइस आईफोन से कम होता है।
आईफोन रखने वालों के इसे लंबी अवधि तक रखने के पीछे इसका अधिक ड्यूरेबल होना जैसे कारण हो सकते हैं। हाल ही में
एपल के CEO, Tim Cook ने प्रत्येक वर्ष
आईफोन की नई सीरीज लॉन्च करने का कारण बताया था। उन्होंने एनवायरमेंट को लेकर कंपनी की कोशिशों के बारे में भी जानकारी दी थी। कुक ने कहा था, "मुझे लगता है कि प्रत्येक वर्ष आईफोन उन लोगों के लिए है जो इसे खरीदना चाहते हैं और उनके लिए यह बहुत अच्छी चीज है।" एपल के बिजनेस से एनवायरमेंट पर पड़ने वाले असर के बारे में उनका कहना था कि कंपनी की ओर से कस्टमर्स को उनके आईफोन्स को ट्रेड इन करने का विकल्प दिया जाता है। कुक ने बताया था, "हम लोगों को उनके फोन को ट्रेड इन करने का विकल्प देते हैं और इसके बाद हम उस फोन की दोबारा बिक्री कर सकते हैं अगर वह कार्य कर रहा है। अगर वह खराब है तो हमारे पास उसे डिसअसेंबल करने और उससे मिलने वाले मैटीरियल्स का इस्तेमाल एक नया आईफोन बनाने में करने के तरीके हैं।"
एपल ने सितंबर में iPhone 15 सीरीज को लॉन्च किया था। इसमें iPhone 15, iPhone 15 Plus, iPhone 15 Pro और iPhone 15 Pro Max शामिल हैं। पिछले कुछ वर्षों में भारत में आईफोन्स की बिक्री तेजी से बढ़ी है। हाल ही में एपल ने देश में दो रिटेल स्टोर्स भी खोले थे। इन स्टोर्स को अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। कंपनी ने देश में आईफोन्स की मैन्युफैक्चरिंग को भी बढ़ाया है।