दुनिया भर में लोकप्रिय iPhone के प्रोडक्शन में इस वर्ष भारी कमी हो सकती है। Apple के लिए कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग करने वाली Foxconn की चीन के Zhengzhou की फैक्टरी में खराब स्थितियों के कारण वर्कर्स के उपद्रव और तोड़फोड़ से प्रोडक्शन पर बड़ा असर पड़ा है। इससे इस वर्ष iPhone Pro का प्रोडक्शन लगभग 60 लाख यूनिट्स घट सकता है।
Bloomberg की रिपोर्ट के अनुसार, इस फैक्टरी में स्थिति सामान्य नहीं हुई है और प्रोडक्शन में नुकसान का अनुमान बदल सकता है। फॉक्सकॉन के वर्कर्स को असेंबली लाइंस पर जल्द वापस लाने और कोरोना की वजह से लगाए गए लॉकडाउन पर पर प्रोडक्शन निर्भर करेगा। इस फैक्टरी में iPhone 14 Pro और Pro Max का अधिकतर प्रोडक्शन होता है। ये दोनों स्मार्टफोन इस वर्ष एपल के लिए सबसे अधिक डिमांड वाले रहे हैं।
Apple की सबसे बड़ी कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर Foxconn की इस
फैक्टरी से पिछले सप्ताह 20,000 से अधिक वर्कर्स ने इस्तीफा दिया था। इनमें से अधिकतर को हाल ही में रखा गया था। इससे कंपनी के इस महीने के अंत तक प्रोडक्शन को बढ़ाने के लक्ष्य पर असर पड़ेगा। आईफोन के इस सबसे बड़े प्लांट में वेतन के भुगतान में देरी और कोरोना के कारण लगाई गई पाबंदियों के कारण बड़ी संख्या में वर्कर्स ने विरोध प्रदर्शन किया था। इसके बाद Foxconn ने इस्तीफा देने वाले वर्कर्स को 10,000 येन (लगभग 1,14,000 रुपये) के भुगतान की पेशकश की थी। कंपनी ने नए वर्कर्स से वेतन से जुड़ी तकनीकी गलती के लिए माफी भी मांगी थी।
Foxconn ने इस महीने की शुरुआत में बड़ी संख्या में वर्कर्स की
हायरिंग की थी। कंपनी ने नए वर्कर्स को अधिक वेतन के साथ ही बोनस देने का भी वादा किया था। पिछले महीने कोरोना के फैलने के बाद लगाई गई पाबंदियों के कारण फॉक्सकॉन को कई वर्कर्स को आइसोलेट करना पड़ा था। इसके अलावा बहुत से वर्कर्स प्लांट में खराब स्थितियों के कारण चले गए थे। चीन के प्रेसिडेंट Xi Jinping जीरो कोविड पॉलिसी के तहत महामारी से निपटने के लिए कड़े उपाय किए जा रहे है। Apple भी iPhone का चीन और भारत में प्रोडक्शन करती है। कंपनी ने अपनी नई iPhone 14 सीरीज के कुछ मॉडल्स की भारत में मैन्युफैक्चरिंग शुरू की है। इसे चीन में मैन्युफैक्चरिंग घटाने की कंपनी की योजना के हिस्से के तौर पर देखा जा रहा है।