पिछले कुछ वर्षों में ऑनलाइन पेमेंट्स का दायरा तेजी से बढ़ा है। मई में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) ट्रांजैक्शंस ने रिकॉर्ड बनाया है। पिछले महीने 14.04 अरब UPI ट्रांजैक्शंस हुई जिनकी वैल्यू लगभग 20.45 लाख करोड़ डॉलर की थी। यह वॉल्यूम के लिहाज से अप्रैल की तुलना में छह प्रतिशत और वैल्यू में चार प्रतिशत की बढ़ोतरी है।
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के डेटा के अनुसार, पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में यह वॉल्यूम के लिहाज से लगभग 49 प्रतिशत और वैल्यू में लगभग 39 प्रतिशत की ग्रोथ है।
UPI की आठ वर्ष पहले शुरुआत के बाद से यह वॉल्यूम और वैल्यू में सबसे अधिक आंकड़े हैं। मई में फास्टैग ट्रांजैक्शंस छह प्रतिशत बढ़कर 34.7 करोड़ थी। पिछले महीने फास्टैग ट्रांजैक्शंस की वैल्यू बढ़कर 5,908 करोड़ रुपये की थी। हालांकि, मई में आधार एनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (AePS) ट्रांजैक्शंस चार प्रतिशत घटकर लगभग नौ करोड़ की थी।
ऑनलाइन पेमेंट्स का दायरा बढ़ने के साथ इस सेगमेंट में फ्रॉड भी बढ़े हैं। पिछले वित्त वर्ष में ऑनलाइन पेमेंट से जुड़े फ्रॉड 400 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 14.57 अरब रुपये के थे। UPI की शुरुआत से डिजिटल पेमेंट्स तेजी से बढ़ी हैं। इससे यूजर्स अपने स्मार्टफोन्स से पेमेंट्स को आसानी से ट्रांसफर कर सकते हैं। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के डेटा से पता चला है कि पिछले दो वर्षों में UPI से की गई ट्रांजैक्शंस की वैल्यू लगभग 137 प्रतिशत बढ़कर लगभग 200 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई हैं। पिछले कुछ महीनों में देश में डिजिटल रुपये का दायरा भी बढ़ा है।
RBI ने उपभोक्ताओं को फाइनेंशियल फ्रॉड को लेकर जागरूक करने के लिए कई
कैम्पैन भी शुरू किए हैं। UPI का विदेश में भी एक्सपैंशन किया जा रहा है। UPI सर्विस का श्रीलंका और मॉरीशस में लॉन्च किया गया है। मॉरीशस में RuPay कार्ड सर्विस को भी लॉन्च किया गया है। इससे श्रीलंका और मॉरीशस में ट्रैवल करने वाले भारतीयों के लिए UPI सर्विस उपलब्ध होगी। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे मॉडर्न डिजिटल टेक्नोलॉजी के साथ ऐतिहासिक संबंधों को जोड़ने वाला बताया था। मोदी का कहना था कि UPI ने भारत के साथ सहयोगियों को एकजुट करने की नई जिम्मेदारी संभाली है। UPI में मोबाइल ऐप्स के जरिए रकम भेजने की सुविधा मिलती है।