देश की बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों में शामिल Tata Motors ने अपने फ्लैगशिप मॉडल Harrier SUV की लॉन्च के चार वर्षों के अंदर एक लाख यूनिट्स बेची हैं। यह D8 प्लेटफॉर्म पर डिवेलप किए गए OmegaArc प्लेटफॉर्म के इस्तेमाल से मैन्युफैक्चर की गई कंपनी की शुरुआती SUV थी। D8 प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल Jaguar Land Rover की रेंज रोवर जैसी SUV के लिए किया जाता है।
Harrier का प्राइस 15 लाख रुपये से 24.07 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) है। यह फाइव सीटर SUV है जिसका मुकाबला Hyundai की Creta और Kia Seltos जैसी SUV से है। पिछले कुछ वर्षों में इसके कई अपडेट और डार्क और कैमो जैसे नए वेरिएंट पेश किए गए हैं। इस वर्ष की शुरुआत में
टाटा मोटर्स ने Harrier SUV को BS6 Stage II का पालन करने वाले इंजन के साथ किया है। यह 2.0 लीटर Kyrotec डीजल इंजन 168 bhp की अधिकतम पावर और 350 Nm का पीक टॉर्क देता है। इस SUV में आगे से टकराने की चेतावनी, पीछे से टकराने की चेतावनी, इमरजेंसी ब्रेकिंग, डोर खुलने का अलर्ट, लेन बदलने का अलर्ट और हाई बीम असिस्ट जैसे कई ADAS फीचर्स दिए गए हैं।
इस वर्ष के ऑटो एक्सपो में टाटा मोटर्स ने Harrier का इलेक्ट्रिक वर्जन पेश किया था। इस इलेक्ट्रिक
SUV में डुअल-मोटर सेटअप, ऑल-व्हील ड्राइव और ओवर-द-एयर अपडेट जैसे फीचर्स शामिल हैं। टाटा मोटर्स के पैसेंजर व्हीकल्स का कुल प्रोडक्शन 50 लाख यूनिट्स से अधिक हो गया है। कंपनी ने 2004 में 10 लाख पैसेंजर व्हीकल्स के प्रोडक्शन का आंकड़ा पार किया था। इसके बाद 2010 में यह 20 लाख यूनिट्स पर पहुंचा था। कंपनी ने 2015 में 30 लाख यूनिट्स और 2020 में 40 लाख यूनिट्स का प्रोडक्शन पूरा कर लिया था।
इस बारे में टाटा मोटर्स की पैसेंजर व्हीकल्स यूनिट के मैनेजिंग डायरेक्टर, Shailesh Chandra ने कहा था, "प्रत्येक 10 लाख यूनिट्स से अगली 10 लाख यूनिट्स तक की यात्रा में काफी उतार-चढ़ाव रहे हैं।" कंपनी ने बताया था कि उसने 40 लाख यूनिट्स से 50 लाख यूनिट्स के कुल प्रोडक्शन तक पहुंचने में कोरोना से जुड़ी मुश्किलों और सेमीकंडक्टर की शॉर्टेज के बावजूद तीन वर्ष से कम लगाए हैं। पिछले वर्ष के अंत में टाटा मोटर्स ने 50,000 इलेक्ट्रिक कारों की डिलीवरी की उपलब्धि हासिल की थी।