दुनिया के दो सबसे बड़े मेमोरी चिप मेकर्स, सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स और माइक्रोन टेक्नॉलजी ने चेतावनी दी है कि चीन के शहर जियान Xian में लगे COVID-19 लॉकडाउन की वजह से उनके चिप मैन्युफैक्चरिंग बेस पर असर पड़ सकता है। रॉयटर्स के मुताबिक, माइक्रोन ने बुधवार को कहा कि लॉकडाउन से DRAM मेमोरी चिप्स की सप्लाई में देर हो सकती है। यह चिप बड़े पैमाने पर डेटा सेंटर्स में इस्तेमाल की जाती है। कंपनी ने कहा है कि इस महीने की शुरुआत में लागू हुए कड़े प्रतिबंधों की वजह से मैन्युफैक्चरिंग साइट पर कर्मचारियों की संख्या कम हो गई है। सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स ने बताया है कि वह जियान में स्थित उसके मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में ऑपरेशंस को अस्थायी तौर पर अडजस्ट कर रही है। इस सेंटर में NAND फ्लैश मेमोरी चिप बनती हैं। इनका इस्तेमाल डेटा स्टोरेज, डेटा सेंटर्स, स्मार्टफोन्स और दूसरे गैजेट्स में किया जाता है।
कोविड-19 के बढ़ते मामलों की वजह से चीन ने 23 दिसंबर से जियान में यात्रा पर सख्त प्रतिबंध लगा दिए हैं। इसकी वजह से लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। इस तरह के प्रतिबंध बीजिंग में भी लगाए गए हैं।
एक ब्लॉग पोस्ट में माइक्रोन ने कहा कि कंपनी अपने सब-कॉन्ट्रैक्टर्स पार्टनर्स समेत उसकी ग्लोबल सप्लाई चेन का इस्तेमाल कर रही है, ताकि कस्टमर्स को DRAM प्रोडक्ट्स से जुड़ी मदद मिल सके। कंपनी का अनुमान है कि वह कस्टमर्स की डिमांड को पूरा कर पाएगी। हालांकि नेटवर्क को एक्टिव करने में थोड़ी देरी हो सकती है।
माइक्रोन ने बताया है कि वह वायरस ट्रांसमिशन के खतरे को कम करने के लिए काम कर रही थी। ऑन साइट टेस्टिंग समेत दो गज दूरी जैसे उपाए किए गए थे साथ ही कर्मचारियों को वैक्सीनेशन के लिए भी कंपनी प्रोत्साहित कर रही थी।
वहीं, एनालिसिस प्रोवाइडर TrendForce के अनुसार, सैमसंग के पास जियान में एडवांस्ड NAND फ्लैश प्रोडक्ट बनाने वाली दो प्रोडक्शन लाइनें हैं। सैमसंग जितनी NAND फ्लैश चिप बनाती है, उनमें 42.5 प्रतिशत का प्रोडक्शन जियान में होता है, जो कुल वैश्विक उत्पादन का 15.3 फीसदी है।
विश्लेषकों का कहना है कि सैमसंग के जियान NAND प्लांट में बनीं चिप्स सीमित शिपमेंट के साथ विदेश के लिए और चीनी मार्केट में भेजी जाएंगी। इस प्लांट के चिप्स के लिए बड़ी डिमांड चीनी सर्वर कंपनियों से आएगी।