Reliance Jio ने सबसे पहले मोबाइल सिम कार्ड की होम डिलीवरी सर्विस को रोकने की शुरुआत कर दी है। कंपनी ने दूरसंचार विभाग (DoT) की आपत्तियों के बाद यह कदम उठाया है। DoT ने Airtel और Blinkit द्वारा इसी तरह की सर्विस पर सुरक्षा संबंधित सवाल खड़े किए थे, जिसके बाद जियो ने इस सुविधा को बंद किया है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
रिपोर्ट के
अनुसार,
Jio ने 16 अप्रैल को DoT सचिव नीरज मित्तल को पत्र लिखकर बताया कि वह 25 अप्रैल से ग्राहकों के घरों में सिम कार्ड की डिलीवरी फास्ट-ट्रैक से शुरू करने का प्लान बना रहा है। यह प्लान Airtel की पहल के आधार पर तैयार किया गया था और इसका उद्देश्य यूजर्स को तेज ऑनबोर्डिंग प्रोसेस उपलब्ध करवाना था। Airtel ने 49 रुपये के सर्विस चार्ज पर 10 मिनट के अंदर सिम कार्ड डिलीवर करने के लिए Blinkit के साथ साझेदारी की थी। हालांकि, DoT ने हस्तक्षेप किया और कस्टमर वेरिफिकेशन पूरा करने से पहले सिम की डिलीवरी पर आपत्ति जताई।
डिलीवरी से पहले KYC होगा पूरा
इसके बाद टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने सभी टेलीकॉम कंपनियों को निर्देश जारी किया कि ग्राहकों को सिम कार्ड डिलीवर करने से पहले आधार बेस्ड सेल्फ-
KYC पूरी तरह से पूरा होना चाहिए। यह कदम सिक्योरिटी को मजबूत करने के लिए उठाया गया था। इस अपडेट किए गए नियम के बाद Jio ने एक्सप्रेस डिलीवरी सर्विस शुरू करने के अपने प्लान को रोक दिया। कंपनी ने यह खुलासा नहीं किया है कि क्या वह DoT की जरूरतों को पूरा करने के बाद इस प्लान पर फिर से विचार करेगी।
आपको बता दें कि Airtel वर्तमान में अपनी सर्विस की समीक्षा कर रहा है। कंपनी डोरस्टेप सिम डिलीवरी फिर से शुरू करने का प्लान बना रही है। प्री-डिलीवरी KYC वेरिफिकेशन की जरूरत के चलते प्रक्रिया में ज्यादा समय लग सकता है। टेलीकॉम विश्लेषकों का मानना है कि फास्ट सिम कार्ड डिलीवरी ऑपरेटर को नए यूजर्स लाने में मदद कर सकती है क्योंकि वे 5G सर्विस का विस्तार करने और मुनाफा बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं। हालांकि, वे सिक्योरिटी गाइडलाइंस का पालन करने पर भी ध्यान देते हैं।
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