• होम
  • इंटरनेट
  • ख़बरें
  • देश के रुपये को इंटरनेशनल बनाने की तैयारी, RBI की निगरानी में हो रहा eRupee ट्रायल 

देश के रुपये को इंटरनेशनल बनाने की तैयारी, RBI की निगरानी में हो रहा eRupee ट्रायल 

कुछ अन्य देशों में भी CBDC को फाइनेंशियल सिस्टम में शामिल करने के लिए उपाय किए जा रहे हैं। इसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय पेमेंट्स के लिए अमेरिकी डॉलर पर निर्भरता को घटाना है

देश के रुपये को इंटरनेशनल बनाने की तैयारी, RBI की निगरानी में हो रहा eRupee ट्रायल 

इसके रिटेल ट्रायल में 50 लाख से अधिक यूजर्स जुड़े हैं

ख़ास बातें
  • डिजिटल करेंसी के ट्रायल के लिए RBI ने कई बैंकों को जोड़ा है
  • RBI का कहना है कि इसे लेकर वह कोई जल्दबाजी नहीं करेगा
  • कुछ अन्य देशों में भी CBDC का ट्रायल किया जा रहा है
विज्ञापन
पिछले कुछ वर्षों में डिजिटल पेमेंट्स का सेगमेंट तेजी से बढ़ा है। भारत में सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) eRupee का ट्रायल किया जा रहा है। इसके लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने कई बैंकों को जोड़ा है। हालांकि, RBI का कहना है कि इसे लेकर वह कोई जल्दबाजी नहीं करेगा। 

ई-रुपये का ट्रायल लगभग दो वर्ष पहले शुरू किया गया था। यह ट्रायल अब एडवांस फेज में है। RBI के डिप्टी गवर्नर T Rabi Sankar ने Bloomberg को बताया कि भारत की डिजिटल करेंसी की सामान्य इस्तेमाल के लिए शुरुआत करने में कुछ देर हो सकती है। उनका कहना था, "हम इसे लेकर कोई जल्दबाजी नहीं करेंगे। इसके परिणाम या असर के बारे में स्थिति कुछ स्पष्ट होने के बाद इसे लॉन्च किया जाएगा। इसके लिए कोई विशेष समयसीमा नहीं रखी गई है।" भारतीय करेंसी को इंटरनेशनल बनाने के लिए RBI इसे एक जरिए के तौर पर देख रहा है। 

कुछ अन्य देशों में भी CBDC को फाइनेंशियल सिस्टम में शामिल करने के लिए उपाय किए जा रहे हैं। इसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय पेमेंट्स के लिए अमेरिकी डॉलर पर निर्भरता को घटाना है। Rabi Sankar ने बताया कि श्रीलंका और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के साथ CBDC से जुड़ी पेमेंट्स की व्यवस्था पर कार्य किया जा रहा है। हाल ही में RBI के गवर्नर, Shaktikanta Das ने बताया था कि ई-रुपये के रिटेल ट्रायल में लगभग 50 लाख यूजर्स जुड़े हैं। दास ने कहा था कि ई-रुपये का प्रोगामेबिलिटी फीचर इसे फाइनेंशियल सिस्टम में जोड़ने के लिए महत्वपूर्ण होगा। इससे किसानों को भी आसानी से कर्ज मिल सकेगा। कुछ महीने पहले दुबई के क्रिप्टो एक्सचेंज ByBit ने ई-रुपये का अपनी पीयर-टु-पीयर (P2P) ट्रांजैक्शन सर्विस के लिए इंटीग्रेशन करने की घोषणा की थी। कुछ UPI ऐप्स भी RBI की निगरानी में डिजिटल रुपये के ट्रायल में शामिल होने की योजना बना रहे हैं। 

उन्होंने बताया था, "किराए पर जमीन लेकर खेती करने वाले किसानों को खेती में इस्तेमाल होने वाले मैटीरियल के लिए कर्ज लेने में मुश्किल होती है क्योंकि उनके पास बैंकों के पास जमा करने के लिए जमीन का मालिकाना हक नहीं होता। ई-रुपये के इस्तेमाल की प्रोगामिंग करने से खेती से जुड़े कर्ज लेने में किसानों को आसानी होगी। इससे बैंकों को किसान की पहचान तय करने के लिए उसकी जमीन के दस्तावेज की जरूरत नहीं होगी।" 

 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

आकाश आनंद

Gadgets 360 में आकाश आनंद डिप्टी न्यूज एडिटर हैं। उनके पास प्रमुख ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Maruti Suzuki की 500 Km रेंज वाली e Vitara इलेक्ट्रिक SUV का भारत में लॉन्च कंफर्म! जानें क्या होगा खास?
  2. गलती से iPhone मंदिर की दानपेटी में गिरा, वापस मांगा तो प्रशासन बोला- 'नहीं मिलेगा, अब यह भगवान का ...'
  3. Ursid Meteor Shower 2024: दिसंबर में इस दिन होगी उल्काओं की बारिश! ऐसे देखें अद्भुत नजारा
  4. JioTag Go vs JioTag Air: Rs 1,499 में कौन सा डिवाइस ट्रैकर है बेस्ट?
  5. मारूति सुजुकी जनवरी में पेश करेगी अपना पहला इलेक्ट्रिक व्हीकल eVitara
  6. Lava Blaze Duo 5G फोन Rs 2 हजार सस्ते में खरीदने का मौका, 64MP कैमरा, 8GB रैम जैसे हैं फीचर्स
  7. OnePlus Watch 3 के लॉन्च से पहले रेंडर्स लीक, डिजाइन, बैटरी समेत कई फीचर्स का खुलासा
  8. सिंगल चार्ज में 11 घंटे चलने वाला Xiaomi Burgundy Red Mini ब्लूटूथ स्पीकर लॉन्च, जानें कीमत
  9. देश की EV इंडस्ट्री 2030 तक बढ़कर 20 लाख करोड़ रुपये की होगीः गडकरी 
  10. Pushpa 2 Collection Day 16: अल्लू अर्जुन की Pushpa-2 भारत में Rs 1000 करोड़ के पार!
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »