• होम
  • इंटरनेट
  • ख़बरें
  • माइक्रोसॉफ्ट की मार्केट वैल्यू हुई 3 लाख करोड़ डॉलर से ज्यादा, AI में निवेश से फायदा 

माइक्रोसॉफ्ट की मार्केट वैल्यू हुई 3 लाख करोड़ डॉलर से ज्यादा, AI में निवेश से फायदा 

दुनिया की दूसरी सबसे अधिक वैल्यू वाली कंपनी के तौर पर माइक्रोसॉफ्ट ने अपना स्थान बरकरार रखा है

माइक्रोसॉफ्ट की मार्केट वैल्यू हुई 3 लाख करोड़ डॉलर से ज्यादा, AI में निवेश से फायदा 

अमेरिकी डिवाइसेज मेकर Apple स्टॉक मार्केट में वैल्यू के लिहाज से पहले स्थान पर है

ख़ास बातें
  • पिछले कुछ दिनों में माइक्रोसॉफ्ट का शेयर बढ़ा है
  • ChatGPT को डिवेलप करने वाली OpenAI में माइक्रोसॉफ्ट का इनवेस्टमेंट है
  • एपल को चीन जैसे बड़े मार्केट्स में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है
विज्ञापन
बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनियों में शामिल Microsoft की मार्केट वैल्यू तीन लाख करोड़ डॉलर से ज्यादा हो गई है। दुनिया की दूसरी सबसे अधिक वैल्यू वाली कंपनी के तौर पर इसने अपना स्थान बरकरार रखा है। अमेरिकी डिवाइसेज मेकर Apple स्टॉक मार्केट में वैल्यू के लिहाज से पहले स्थान पर है। 

इस वर्ष की शुरुआत से एपल और माइक्रोसॉफ्ट के शेयर्स के बीच मार्केट कैपिटलाइजेशन में पहले स्थान को लेकर कॉम्पिटिशन है। इस महीने की शुरुआत में माइक्रोसॉफ्ट का मार्केट कैपिटलाइजेशन दो वर्षों में पहली बार iPhone बनाने वाली एपल से अधिक हो गया था। इससे यह दुनिया की सबसे अधिक वैल्यू वाली कंपनी बन गई थी। हालांकि, इसके बाद एपल ने अपनी टॉप पोजिशन दोबारा हासिल कर ली थी। माइक्रोसॉफ्ट के शेयर का प्राइस बुधवार को 1.7 प्रतिशत बढ़कर 405.63 डॉलर के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया था। इससे कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन तीन लाख करोड़ डॉलर को पार कर गया था। हालांकि, इसके बाद कंपनी के शेयर प्राइस में कुछ गिरावट आई थी। एपल को चीन जैसे बड़े मार्केट्स में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। चीन में सरकारी एजेंसियों ने एंप्लॉयीज पर एपल के डिवाइसेज के इस्तेमाल को लेकर बंदिशें लगाई हैं। 

पिछले कुछ दिनों में माइक्रोसॉफ्ट का शेयर बढ़ा है। पिछले वर्ष जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में ChatGPT मेकर OpenAI में इनवेस्टमेंट के जरिए बड़ा कदम उठाने से माइक्रोसॉफ्ट के शेयर में काफी तेजी आई थी। ChatGPT को डिवेलप करने वाली OpenAI में माइक्रोसॉफ्ट का बड़ा इनवेस्टमेंट है। 

बड़ी मात्रा में डेटा के जरिए प्रशिक्षित किए गए जेनरेटिव AI से मनुष्यों के जैसा नया कंटेंट तैयार हो सकता है। इससे साइंस से जुड़े असाइनमेंट पूरे किए जा सकते हैं और नॉवेल भी लिखे जा सकते हैं। हालांकि, जेनरेटिव AI के कई नुकसान भी हैं। इसके इस्तेमाल से ठगी के मामले हो रहे हैं और जाली वीडियो भी बनाए जा रहे हैं। इस वजह से कई देशों में रेगुलेटर्स इसे लेकर सख्ती करने की तैयारी कर रहे हैं। यूरोपियन यूनियन ने अपने AI एक्ट को संशोधित किया है और अमेरिका ने AI रेगुलेशन के लिए कोशिशें शुरू कर दी हैं। भारत में जेनरेटिव AI के इस्तेमाल से धोखाधड़ी के मामले बढ़े हैं। इस वजह से इस पर नियंत्रण करने की मांग हो रही है। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

आकाश आनंद

Gadgets 360 में आकाश आनंद डिप्टी न्यूज एडिटर हैं। उनके पास प्रमुख ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. OnePlus Buds 4 India Launch: AI ट्रांसलेशन, गेम मोड वाले TWS ईयरबड्स 8 जुलाई को होंगे लॉन्च
  2. Oppo की Reno 14 5G सीरीज आज होगी लॉन्च, जानें स्पेसिफिकेशंस, अनुमानित प्राइस
  3. 8 जुलाई को लॉन्च हो रहे हैं नए AI+ ब्रांड के Nova 5G और Pulse स्मार्टफोन, जानें इनके बारे में सब कुछ
  4. Oppo Reno 14 5G सीरीज कल होगी लॉन्च, जानें स्पेसिफिकेशंस
  5. Honor ने लॉन्च किया Magic V5, Snapdragon 8 Elite चिपसेट, जानें प्राइस, स्पेसिफिकेशंस
  6. टेक्नोलॉजी की दुनिया से आपके लिए आज की 5 महत्वपूर्ण खबरें
  7. Pebble HALO Smart Ring भारत में लॉन्च: इस स्मार्ट अंगूठी में मिलता है डिस्प्ले, जानें कीमत
  8. TVS Motor ने लॉन्च किया iQube इलेक्ट्रिक स्कूटर का नया वेरिएंट, जानें प्राइस, रेंज
  9. इंटरनेट स्पीड में Reliance Jio सबसे आगे, वॉयस में एयरटेल का पहला रैंक
  10. Realme 15 और 15 Pro का भारत में लॉन्च कंफर्म, इनके कैमरा सिस्टम में होगा AI!
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »