देश की सबसे बड़ी कार मेकर Maruti Suzuki की जनवरी में पैसेंजर व्हीकल की बिक्री 14.29 प्रतिशत बढ़कर 1,47,348 यूनिट्स की रही। पिछले वर्ष के इसी महीने में कंपनी ने 1,28,924 यूनिट्स बेची थी। कंपनी ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक्स कंपोनेंट्स की कमी से व्हीकल्स के प्रोडक्शन पर मामूली असर पड़ा है। कंपनी इस मुश्किल से निपटने के उपाय कर रही है।
मारुति सुजुकी के लिए कॉम्पैक्ट सेगमेंट ने सेल्स में अपना बड़ा योगदान जारी रखा है। पिछले महीने कंपनी की Baleno, Celerio, Dzire, Ignis, Swift, Tour S और WagonR की कुल बिक्री 73,840 यूनिट्स की थी। इसके अलावा Brezza, Ertiga, S-Cross, XL6 और Grand Vitara जैसे यूटिलिटी व्हीकल्स की सेल्स 35,353 यूनिट्स की थी। कंपनी के लिए सेल्स बढ़ाने में नई ब्रेजा और ग्रैंड विटारा ने मदद की है। मारुति इस सेगमेंट में दो नए SUV, Fronx और Jimny भी लॉन्च कर रही है। इन्हें कंपनी ने हाल ही में ऑटो एक्सपो में पेश किया था।
कंपनी को सेमीकंडक्टर की सप्लाई में कमी से मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इससे कंपनी के प्रोडक्शन पर बड़ा असर पड़ा है। मौजूदा फाइनेंशियल ईयर की तीसरी तिमाही में कंपनी के पास पेंडिंग ऑर्डर्स बढ़कर लगभग 3.63 लाख यूनिट्स के हो गए हैं। मारुति ने एक एनालिस्ट कॉल में बताया था कि इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं होना प्रोडक्शन की योजना बनाने में एक चुनौती है। इससे कंपनी की प्रोडक्शन वॉल्यूम पर असर पड़ रहा है। मारुति सुजुकी की सप्लाई चेन, इंजीनियरिंग, प्रोडक्शन और सेल्स टीमें उपलब्ध सेमीकंडक्टर्स से अधिकतम प्रोडक्शन वॉल्यूम हासिल करने के लिए काम कर रही हैं।
दूसरी तिमाही की तुलना में तीसरी तिमाही में सेमीकंडक्टर की सप्लाई में सुधार हुआ है। हालांकि, कंपनी दिसंबर तिमाही में सेमीकंडक्टर की शॉर्टेज की वजह से लगभग 46,000 यूनिट्स का
प्रोडक्शन नहीं कर सकी है। मारुति सुजुकी के पास गुरूग्राम और मानेसर के प्लांट्स में 15 लाख यूनिट्स के कुल प्रोडक्शन की कैपेसिटी है। इसके अलावा गुजरात के प्लांट में कंपनी लगभग 7.5 लाख यूनिट्स का प्रोडक्शन कर सकती है। कंपनी का कहना है कि डिमांड में बढ़ोतरी हो रही है और वह इंडस्ट्री से अधिक ग्रोथ हासिल कर सकती है। मारुति का दिसंबर में प्रोडक्शन 17.96 प्रतिशत घटकर 1,24,722 यूनिट्स का रहा। इससे पिछले वर्ष के इसी महीने में यह 1,52,029 यूनिट्स का था।