Hyundai इस देश में अपनी फैक्टरी सिर्फ 77 डॉलर में बेचेगी, कंपनी को होगा बड़ा नुकसान
Hyundai इस देश में अपनी फैक्टरी सिर्फ 77 डॉलर में बेचेगी, कंपनी को होगा बड़ा नुकसान
पिछले लगभग दो वर्ष से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के कारण बहुत सी कंपनियों को रूस से अपना कारोबार समेटना पड़ा है। इन कंपनियों की लिस्ट में ह्यंडुई भी शामिल हो गई है
Written by आकाश आनंद,
अपडेटेड: 21 दिसंबर 2023 09:07 IST
कई इंटरनेशनल ऑटोमोबाइल कंपनियों ने रूस में अपने बिजनेस को बंद करने का फैसला किया है
ख़ास बातें
कंपनी की रूस में फैक्टरी को एक टोकन रकम पर बेचा जा रहा है
भारत के ऑटोमोबाइल मार्केट में ह्युंडई बड़ी कंपनियों में से एक है
इसने देश में अपने सभी मॉडल्स में छह एयरबैग्स उपलब्ध कराने की घोषणा की है
विज्ञापन
दक्षिण कोरिया की ऑटोमोबाइल कंपनी Hyundai की रूस में फैक्टरी कौड़ियों के दाम बिकने जा रही है। पिछले लगभग दो वर्ष से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के कारण बहुत सी कंपनियों को रूस से अपना कारोबार समेटना पड़ा है। इन कंपनियों की लिस्ट में ह्यंडुई भी शामिल हो गई है। इसकी रूस में फैक्टरी को 77 डॉलर की टोकन रकम पर बेचा जा रहा है। इससे कंपनी को 21.9 करोड़ डॉलर का नुकसान उठाना पड़ेगा।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ह्युंडई ने रेगुलेटरी फाइलिंग में रूस की अपनी फैक्टरी को बेचने की योजना की जानकारी दी है। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से इस फैक्टरी में कामकाज बंद है। रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में मौजूद इस फैक्टरी के एसेट्स को ह्युंडई ऑटोमोटिव सर्विसेज से जुड़ी एक लोकल कंपनी Art Finance को ट्रांसफर करना चाहती है। इससे पहले जर्मनी की ऑटोमोबाइल कंपनी Volkswagen ने भी रूस में अपने एसेट्स को Art Finance को बेचा था।
यूक्रेन और रूस के युद्ध से पहले ह्युंडई और इसकी सब्सिडियरी Kia रूस की टॉप तीन कार कंपनियों में शामिल थी। इस युद्ध के बाद से कई इंटरनेशनल ऑटोमोबाइल कंपनियों ने रूस में अपने बिजनेस को बंद करने का फैसला किया था। इसके बाद रूस का ऑटोमोबाइल मार्केट कुछ लोकल और चाइनीज कार मेकर्स के लिए खुल गया है। इस मार्केट में चीन से इम्पोर्ट की जाने वाली कारों की हिस्सेदारी बढ़कर लगभग 49 प्रतिशत हो गई है। चीन की कंपनियां उन फैक्टरियों को भी टेकओवर कर रही हैं जिनका मालिकाना हक पहले इंटरनेशनल कंपनियों के पास था।
भारत के ऑटोमोबाइल मार्केट में ह्युंडई बड़ी कंपनियों में से एक है। ह्युंडई ने देश में अपने सभी मॉडल्स में छह एयरबैग्स स्टैंडर्ड के तौर पर उपलब्ध कराने की घोषणा की है। इसके अलावा तीन प्वाइंट सीटबेल्ट और सीटबेल्ट रिमांइडर जैसे अन्य सेफ्टी फीचर्स को भी कंपनी सभी वेरिएंट्स में उपलब्ध कराएगी। ह्युंडई के 13 मॉडल्स में से 10 में इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC) और हिल स्टार्ट असिस्ट कंट्रोल (HAC) को सभी मॉडल्स और वेरिएंट्स में स्टैंडर्ड के तौर पर दिया जाएगा। कंपनी ने बताया है कि उसके पांच मॉडल्स में एडवांस्ड ड्राइवर एड्स सिस्टम (ADAS) भी मिलेगा। हाल ही में देश में शुरू हुए भारत NCAP क्रैश टेस्ट का भी ह्युंडई ने स्वागत किया है। कंपनी इस टेस्ट के लिए शुरुआत में अपने तीन मॉडल्स को शामिल करने की जानकारी दी है।