जापान की ऑटोमोबाइल कंपनी Honda ने अगले महीने से अपनी सभी कारों के प्राइसेज बढ़ाने की योजना बनाई है। कंपनी की कारें 30,000 रुपये तक महंगी हो सकती हैं। रॉ मैटीरियल की कॉस्ट बढ़ने और जल्द लागू होने वाले कड़े इमिशन नॉर्म्स को पूरा करने वाली कारों की मैन्युफैक्चरिंग से कंपनी की कॉस्ट बढ़ गई है। इस वजह से यह प्राइसेज बढ़ा रही है। इससे पहले Maruti Suzuki, Hyundai, Tata Motors, Mercedes-Benz, Audi, Renault, Kia और MG Motor ने जनवरी से अपने व्हीकल्स की कीमतें बढ़ाने की घोषणा की थी।
Honda Cars की भारत में यूनिट के वाइस प्रेसिडेंट (सेल्स एंड मार्केटिंग), Kunal Behl ने बताया, "रॉ मैटीरियल्स की कॉस्ट बढ़ने और आगामी रेगुलेटरी आवश्यक्ताओं का आकलन करने के बाद हमें व्हीकल्स के प्राइसेज बढ़ाने होंगे।" BS VI इमिशन रेगुलेशंस का दूसरा चरण अगले वर्ष अप्रैल से लागू होना है। इसके तहत, व्हीकल्स में एक डिवाइस लगाना होगा जो वास्तविक समय में इमिशन के लेवल की निगरानी करेगा। इसके अलावा व्हीकल्स में फ्यूल के इस्तेमाल पर नियंत्रण के लिए प्रोगाम्ड फ्यूल इंजेक्टर लगाने होंगे। इससे पेट्रोल इंजन में जाने वाले फ्यूल की मात्रा को नियंत्रित किया जा सकेगा। इसके साथ ही व्हीकल में इस्तेमाल होने वाले सेमीकंडक्टर को भी अपग्रेड करना होगा।
Maruti Suzuki अगले वर्ष की शुरुआत से अपनी कारों के
प्राइसेज बढ़ाने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने बताया कि इन्फ्लेशन और हाल के रेगुलेटरी नियमों से कॉस्ट बढ़ने के कारण उसे यह फैसला लेना पड़ा है। सितंबर तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट लगभग चार गुना बढ़कर 2,061 करोड़ रुपये से अधिक रहा था। कंपनी ने रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया, "इन्फ्लेशन और हाल के रेगुलेटरी नियमों के कारण कंपनी पर कॉस्ट बढ़ने का प्रेशर है।
इस वजह से इसका कुछ भार प्राइस बढ़ाने के जरिए कम करना जरूरी हो गया है। कंपनी ने अगले वर्ष जनवरी से प्राइस में बढ़ोतरी करने की योजना बनाई है। यह कारों के मॉडल्स के अनुसार अलग होगी।" कुछ अन्य ऑटोमोबाइल कंपनियां भी अपनी कारों के प्राइस बढ़ा सकती है। टू-व्हीलर मेकर हीरो मोटोकॉर्प ने भी बाइक और स्कूटर के प्राइसेज बढ़ाने की घोषणा की है। मारुति सुजुकी की नवंबर में
बिक्री बढ़कर लगभग 1.60 लाख यूनिट्स की रही। यह पिछले वर्ष इसी महीने की तुलना में लगभग 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी है।