खुद से बैलेंस करने वाले स्कूटर के बारे में आपने सुना होगा। ये बेहद कॉम्पेक्ट वाहन होते हैं, जो आसपास की जगहों पर आने जाने के लिए अच्छे विकल्प के रूप में उभर रहे हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि Honda लंबे समय से एक सेल्फ-बैलेंसिंग टेक्नोलॉजी पर काम कर रही है, जो मोटरसाइकिल को खुद से बैलेंस करने में सक्षम होगी। होंडा ने वर्षों पहले अपने आप सीधी खड़ी रहने में सक्षम एक मोटरसाइकिल के बारे में पहली बार जानकारी पेश की थी। आखिरकार, इस टेक्नोलॉजी की कुछ अहम डिटेल्स लीक हुई है।
इटैलियन मोटरसाइकिल वेबसाइट Motocliclismo के
मुताबिक, जापानी टू-व्हीलर निर्माता जिस सेल्फ-बैलेंसिंग मोटरसाइकिल पर काम कर रहा है, वो सेमी-ऑटोनॉमस राइडिंग सिस्टम से लैस हो सकती है। कंपनी बाइक के लिए इस एडवांस टेक्नोलॉजी पर तेजी से काम कर रही है। रिपोर्ट बताती है कि
एक प्रोटोटाइप जो पहले सामने आया था, कम स्पीड पर चलाने,
बैलेंस करने और यहां तक कि खुद से राइड करने में सक्षम था।
इसके लिए कंपनी ने
मोटरसाइकिल पर राइडिंग असिस्ट टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया है, जो आज के समय में कार सहित कई वाहनों में लागू की जाती है। यह टेक्नोलॉजी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से कई जटिल गणना के जरिए वाहन को खुद से ऑपरेट करने में सक्षम बनाती है। इस टेक्नोलॉजी में स्टीयरिंग कंट्रोल सिस्टम, स्वचालित ब्रेकिंग और एक्सीलरेशन जैसे ऑपरेशन भी शामिल होते हैं।
हाल ही में प्रकाशित नए पेटेंट से पता चलता है कि राइडिंग असिस्ट को LiDar, GPS और कम्युनिकेशन सिस्टम के साथ जोड़ा गया है। सिस्टम बाइक को क्रूज कंट्रोल, ऑटोपायलट जैसे कई एडवांस फीचर्स के बीच स्विच करने की अनुमति देता है। यदि राइडर किसी स्थिति या बाधा पर प्रतिक्रिया करने में विफल रहता है तो ये सिस्टम खुद से
मोटरसाइकिल को सुरक्षित तरीके से कंट्रोल करने में सक्षम होगा।
एक पेटेंट फाइलिंग में रडार, कैमरा, जीपीएस, V2V कम्युनिकेशन सिस्टम और LiDar के साथ एक मोटरसाइकिल दिखाई गई है। इनकी बदौलत सिस्टम बाइक के आसपास के परिवेश की एक 3D इमेज बना सकता है, वस्तुओं को ट्रैक कर सकता है और 360 डिग्री व्यू प्रदान कर सकता है।
फिलहाल, रिपोर्ट में केवल टेक्नोलॉजी की जानकारी दी गई है, लेकिन इसकी जानकारी नहीं है कि तकनीक को
Honda पहले किस
मोटरसाइकिल में देगी। इसके अलावा, टेक्नोलॉजी या उसके लॉन्च के समय को लेकर कंपनी की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक डिटेल्स शेयर नहीं की गई है। क्योंकि यह टेक्नोलॉजी अभी शुरुआती चरण में है, तो हम उम्मीद करते हैं कि आने वाले समय में इसमें कई बड़े बदालाव हो सकते हैं।
इसमें संदेह नहीं है कि इस महंगी और बेहद एडवांस टेक्नोलॉजी को Honda अपनी फ्लैगशिप
मोटरसाइकिल में पेश कर सकती है। यदि इसे किसी मौजूदा मॉडल के साथ लॉन्च किया जाता है, तो हम इसके Honda Gold Wing या Africa Twin जैसी मोटरसाइकिल में मिलने की उम्मीद कर सकते हैं।