ग्लोबल माइनिंग कंपनी Vedanta और इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरर Foxconn के ज्वाइंटर वेंचर ने अपना सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग प्लांट गुजरात में अहमदाबाद के निकट धोलेरा स्पेशल इनवेस्टमेंट रीजन में लगाने का फैसला किया है। इन दोनों कंपनियों ने पिछले वर्ष गुजरात सरकार के साथ राज्य में प्लांट लगाने के लिए 1,54,000 करोड़ रुपये के इनवेस्टमेंट वाले समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। यह देश का पहला सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट होगा।
हालांकि, राज्य सरकार के साथ समझौता करने पर इस ज्वाइंट वेंचर कंपनी ने प्लांट की लोकेशन का खुलासा नहीं किया था। राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "गुजरात सरकार की अथॉरिटीज के साथ विचार-विमर्श करने के बाद वेदांता और फॉक्सकॉन की ज्वाइंट वेंचर कंपनी ने धोलेरा को अपने
सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के लिए चुना है।" इस प्रोजेक्ट से लगभग एक लाख रोजगार के अवसर बनेंगे। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा था कि राज्य सरकार इस प्रोजेक्ट के लिए मदद उपलब्ध कराएगी और इसे सफल बनाया जाएगा।
पिछले वर्ष गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले नवंबर में भावनगर में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस मेगा सेमीकंडक्टर प्लांट के अहमदाबाद से लगभग 100 किलोमीटर दूर धोलेरा में लगने का संकेत दिया था। इस प्रोजेक्ट को सब्सिडी और इंसेंटिव मिलने की संभावना है। इनमें जमीन खरीदने पर शून्य स्टैम्प ड्यूटी और बिजली और पानी के लिए रियायती दरें शामिल हो सकती हैं।
सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले फैब्रिकेशन इंडस्ट्रीज के लिए अलग पॉलिसी बनाने वाला गुजरात पहला राज्य है। इस पॉलिसी के तहत पात्र प्रोजेक्ट्स को मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने के लिए खरीदने जाने वाली शुरुआती 200 एकड़ जमीन पर 75 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी। इसके अलावा इन प्रोजेक्ट्स को 12 रुपये प्रति क्युबिक मीटर की दर पर पानी उपलब्ध कराया जाएगा। आईफोन बनाने वाली अमेरिकी कंपनी Apple की सबसे बड़ी कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर Foxconn को सेमीकंडक्टर्स सेगमेंट में काफी संभावना दिख रही है। सेमीकंडक्टर्स की कमी के कारण कई
ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। इससे प्रोडक्शन पर असर पड़ा है। दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला को भी सेमीकंडक्टर्स की कमी के कारण प्रोडक्शन घटाना पड़ा है। दुनिया की बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों में शामिल टाटा मोटर्स ने भी सेमीकंडक्टर्स की कमी के कारण अपने कुछ मॉडल्स के प्रोडक्शन में कमी की है। इससे कस्टमर्स के लिए इंतजार भी बढ़ गया है। सेमीकंडक्टर्स बनाने वाली अधिकतर कंपनियां एशिया में हैं।