बड़ी कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों में शामिल फॉक्सकॉन और वेदांता ने पिछले वर्ष गुजरात में सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने के लिए एग्रीमेंट किया था
इस प्रोजेक्ट से लगभग 5,000 जॉब्स मिलेंगी। इस सप्ताह की शुरुआत में केंद्र सरकार ने Micron की नई सेमीकंडक्टर टेस्टिंग और पैकेजिंग यूनिट की योजना को स्वीकृति दी थी
सेमीकंडक्टर्स की कमी के कारण कई ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। इससे इन कंपनियों के प्रोडक्शन पर असर पड़ रहा है
इस प्रोजेक्ट को सब्सिडी और इंसेंटिव मिलने की संभावना है। इनमें जमीन खरीदने पर शून्य स्टैम्प ड्यूटी और बिजली और पानी के लिए रियायती दरें शामिल हो सकती हैं
पिछले कुछ महीनों में चीन ने कंप्यूटर चिप्स में इनवेस्टमेंट बढ़ाया है। अमेरिका भी सेमीकंडक्टर के प्रोडक्शन को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है और इसके लिए जापान, ताइवान और दक्षिण कोरिया के साथ टेक्नोलॉजी से जुड़ी पार्टनरशिप की जा रही हैं
देश में सेमीकंडक्टर्स की मैन्युफैक्चरिंग के लिए केंद्र सरकार की ओर से इंसेंटिव भी दिए जा रहे हैं। इस वजह से कुछ ग्लोबल कंपनियों ने देश में सेमीकंडक्टर्स से जुड़े प्लांट लगाने में दिलचस्पी ली है
केंद्र सरकार को इलेक्ट्रॉनिक्स चिप और डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स लगाने के लिए पांच कंपनियों की ओर से प्रपोजल मिले हैं। इनमें लगभग 1.53 लाख करोड़ रुपये का इनवेस्टमेंट किया जाएगा
वेदांता और Elest ने मोबाइल फोन्स और लैपटॉप में इस्तेमाल होने वाली डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स लगाने में 6.7 अरब डॉलर के इनवेस्टमेंट का प्रपोजल दिया है। इसके लिए इंसेंटिव स्कीम के तहत 2.7 अरब डॉलर की मदद मांगी गई है
सेमीकंडक्टर्स की कमी के कारण कई ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। इससे प्रोडक्शन पर असर पड़ा है। दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला को भी सेमीकंडक्टर्स की कमी के कारण प्रोडक्शन घटाना पड़ा है