प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री की ग्रोथ की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि 'विकसित भारत' के लक्ष्य को हासिल करने के लिए मोबिलिटी सेक्टर का योगदान महत्वपूर्ण होगा। मोदी का कहना था, "देश में 10 वर्ष पहले तक लगभग 12 करोड़ व्हीकल्स बिके थे। इसके बाद की अवधि में 21 करोड़ से अधिक व्हीकल्स की बिक्री हुई है। पिछले 10 वर्षों में पैसेंजर व्हीकल्स की बिक्री में लगभग 60 प्रतिशत की ग्रोथ हुई है।"
भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो के उद्धाटन सत्र में अपने संबोधन में मोदी ने कहा कि मिडल क्लास की बढ़ती संख्या से देश के मोबिलिटी सेक्टर को मजबूती मिलेगी। अधिक संख्या में लोगों के निर्धनता से बाहर आने पर
ट्रांसपोर्टेशन की जरूरत बढ़ेगी, चाहे यह साइकिल हो, टू-व्हीलर या फोर-व्हीलर। इस
एक्सपो में बहुत सी बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियां हिस्सा ले रही हैं। मोदी का कहना था, "मैं ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को इस बेहतरीन इवेंट के आयोज के लिए बधाई देता हूं। मैं सभी स्टॉल पर नहीं जा सका लेकिन मैंने जो भी स्टॉल देखे, वे काफी प्रभावशाली थे। यह हमारे देश में हो रहा है और यह हमारे लिए खुशी का क्षण है। मैंने कभी कार नहीं खरीदी, तो मुझे कोई एक्सपीरिएंस नहीं है। मैंने कभी एक साइकिल तक नहीं खरीदी है।" उन्होंने इस एक्सपो में हिस्सा ले रही ऑटोमोबाइल कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ भी बातचीत की।
मोदी ने कहा कि देश की इकोनॉमी तेजी से बढ़ रही है और इसका दुनिया में तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनना तय है। उन्होंने पिछले एक दशक में इंफ्रास्ट्रक्चर में बड़े सुधार का भी जिक्र किया। इसके लिए मोदी ने अटल टनल और अटल सेतु जैसे प्रोजेक्ट्स के उदाहरण दिए। उन्होंने बताया कि पिछले 10 वर्षों में इंफ्रास्ट्रक्चर पर कैपिटल एक्सपेंडिचर दो लाख करोड़ रुपये से बढ़ाकर 11 करोड़ रुपये से अधिक किया गया है। मोदी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में 75 नए एयरपोर्ट बनाए गए हैं।
केंद्र सरकार की ईज ऑफ लिविंग पॉलिसी के तहत मोदी ने राष्ट्रीय राजमार्गों पर ट्रक और कैब ड्राइवर्स के लिए लगभग 1,000 आधुनिक रेस्टिंग सुविधाएं तैयार करने की भी जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए ग्रीन हाइड्रोजन और इथनॉल पर रिसर्च को बढ़ावा देने की जरूरत पर भी जोर दिया।