ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) बड़ी छंटनी करने जा रही है। कंपनी पिछले काफी समय से घाटे में चल रही है और इसकी मुश्किलें अब बढ़ती जा रही हैं। कंपनी सरकारी जांच के घेरे में है और विवादों से भी जूझ रही है। इसी बीच इलेक्ट्रिक टूव्हीलर मेकर ने बड़ी छंटनी की घोषणा कर दी है। खबर है कि कंपनी 500 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाने जा रही है।
ओला इलेक्ट्रिक अपने वर्कफोर्स को घटाने जा रही है। कंपनी से 500 कर्मचारियों को हटाए जाने की खबर सामने आ रही है।
NDTV के अनुसार, भाविश अग्रवाल की अगुवाई वाली ओला इलेक्ट्रिक कर्मचारियों की संख्या को घटाकर प्रॉफिट को बढ़ाने की कवायद कर रही है। इसके साथ ही कंपनी अपनी ऑपरेशनल एफिशिएंसी को भी बूस्ट करने की कोशिश करेगी। कंपनी की यह री-स्ट्रक्चरिंग करने की कोशिश इसके कई विभागों के कर्मचारियों को प्रभावित करेगी।
हालांकि ओला की ओर से अभी तक इन छंटनियों के बारे में कुछ भी नहीं कहा गया है। साथ ही ये छंटनी कितने दिनों के भीतर की जाएंगी यह भी स्पष्ट नहीं है। रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने इस साल जुलाई-सितंबर वाली तिमाही में 495 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया, जो पिछली तिमाही में 347 करोड़ रुपये था। ओला का रिवेन्यु भी इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 1,644 करोड़ रुपये से 26.1 प्रतिशत घटकर 1,214 करोड़ रुपये रह गया।
कंपनी के सीईओ भाविश अग्रवाल ने कहा कि कंपनी के ऑपरेशनल एक्सपेंस तिमाही दर तिमाही घटे हैं। जैसे-जैसे वितरण का विस्तार होगा कंपनी का रिवेन्यु बढ़ता रहेगा। वहीं ऑपरेशनल एक्सपेंडिचर अगली कुछ तिमाहियों में स्टेबल रहने की संभावना है। साल की दूसरी तिमाही में कंपनी का मार्केट शेयर 33 प्रतिशत कम हो गया। एक्सपर्ट्स का मानना है कि बढ़ती प्रतिस्पर्धा और सर्विस नेटवर्क की चुनौतियों ने ओला इलेक्ट्रिक के मार्केट लीड को प्रभावित किया है। ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में भी गिरावट जारी है, महज कुछ महीनों में कंपनी के शेयर में निवेशकों का 38,000 करोड़ रुपये से अधिक पैसा डूब गया है।