इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मार्केट की बड़ी कंपनियों में से एक ओला इलेक्ट्रिक के लिए मुश्किलें बढ़ रही हैं। मौजूदा वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी का लॉस बढ़कर लगभग 870 करोड़ रुपये होने के बाद इसके शेयर प्राइस में भारी गिरावट हुई है। Ola Electric को दक्षिण कोरिया की ऑटोमोबाइल कंपनियों Hyundai Motor और Kia ने भी झटका दिया है। वित्तीय मुश्किलों के साथ ही रेगुलेटरी स्क्रूटनी का सामना कर रही इस कंपनी में Hyundai और Kia ने लगभग 13.6 करोड़ शेयर्स की बिक्री की है।
Bloomberg News एक
रिपोर्ट में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की वेबसाइट पर बल्क डील्स से जुड़े डेटा के अनुसार, ह्यंडई ने
ओला इलेक्ट्रिक में लगभग 10.88 करोड़ शेयर्स और Kia ने लगभग 2.71 करोड़ शेयर्स बेचे हैं। हालांकि, Citigroup Global Markets Mauritius ने कंपनी के लगभग 8.61 करोड़ शेयर्स खरीदे हैं। ह्यंडुई और Kia ने छह वर्ष पहले ओला इलेक्ट्रिक में लगभग 30 करोड़ डॉलर का इनवेस्टमेंट किया था। इस वर्ष मार्च के अंत तक ह्यंडई की कंपनी में लगभग 2.47 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
पिछले वर्ष अगस्त में ओला इलेक्ट्रिक की स्टॉक मार्केट पर बंपर लिस्टिंग हुई थी। हालांकि, इसके कुछ महीनों बाद से कंपनी के शेयर में गिरावट शुरू हो गई थी। इस वर्ष ओला इलेक्ट्रिक का शेयर प्राइस 42 प्रतिशत घटा है। कंपनी को सेल्स में कमी, रेगुलटरी प्रेशर बढ़ने और अन्य इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनियों से कड़े कॉम्पिटिशन जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी ने बताया है कि वह मौजूदा डेट को चुकाने के लिए लगभग 1,700 करोड़ रुपये का कर्ज लेने पर विचार कर रही है। इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स की सेल्स में कंपनी की बड़ी हिस्सेदारी है लेकिन पिछले कुछ महीनों में Bajaj Auto और TVS Motor जैसी कंपनियों ने इसके मार्केट शेयर में सेंध लगाई है। बजाज ऑटो और TVS Motor के अफोर्डेबल प्राइस वाले
इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की बिक्री तेजी से बढ़ी है।
पहली तिमाही में ओला इलेक्ट्रिक का ऑपरेशंस से रेवेन्यू 61.8 प्रतिशत घटकर लगभग 611 करोड़ रुपये का रहा है। कंपनी का कुल खर्च लगभग 31.6 प्रतिशत कम होकर 130 करोड़ रुपये से कुछ अधिक का है। मार्केट एनालिस्ट्स ने बताया है कि कपनी का प्रति यूनिट की बिक्री पर औसत रेवेन्यू घटा है। इसके पीछे डिस्काउंट की पेशकश और कम प्राइस वाले इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की अधिक बिक्री प्रमुख कारण हैं।