अमेरिकी प्रेसिडेंट Donald Trump और बिलिनेयर Elon Musk के बीच विवाद जारी है। ट्रंप ने कहा है कि मस्क की कंपनियों को मिले सरकारी कॉन्ट्रैक्ट्स को वह रद्द करने पर विचार कर रहे हैं। मस्क की कंपनियों के लिए अमेरिका एक बड़ा मार्केट है। ट्रंप की अगुवाई वाली अमेरिकी सरकार के साथ विवाद की वजह से मस्क की रॉकेट कंपनी SpaceX के अरबों डॉलर के कॉन्ट्रैक्ट्स पर असर पड़ सकता है। इसके अलावा उनकी इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) कंपनी Tesla के लिए भी मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं।
ट्रंप ने संवाददाताओं को बताया, "हम प्रत्येक चीज को देखेंगे। यह सब्सिडी की बहुत अधिक रकम है।" इसके साथ ही ट्रंप ने कहा कि उनकी मस्क के साथ बातचीत करने की कोई योजना नहीं है। ट्रंप के टैक्स से जुड़े बिल का मस्क ने विरोध किया था। ट्रंप का आरोप है कि
मस्क के इस बिल का विरोध करने का बड़ा कारण इससे इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की खरीद पर टैक्स बेनेफिट न मिलना है। अमेरिका का ट्रांसपोर्टेशन डिपार्टमेंट व्हीकल के डिजाइन स्टैंडर्ड्स को रेगुलेट करता है और इससे टेस्ला के नए लॉन्च पर असर हो सकता है। अमेरिका में कंपनी के ड्राइवर-असिस्टेंस सॉफ्टवेयर की भी जांच की जा रही है। मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि मस्क की राजनीति से टेस्ला के शेयर को बड़ा नुकसान हो रहा है।
हालांकि, इस विवाद के बढ़ने के बाद मस्क ने सुलह करने की इच्छा जताई थी लेकिन ट्रंप का कहना है कि उनकी मस्क के साथ बातचीत करने की योजना नहीं है।
टेस्ला और SpaceX को अमेरिकी सरकार से कॉन्ट्रैक्ट्स या सब्सिडी के जरिए अरबों डॉलर मिलते हैं। दुनिया के सबसे अधिक वैल्यू वाले स्टार्टअप्स में शामिल SpaceX को अमेरिका की स्पेस एजेंसी NASA और डिफेंस डिपार्टमेंट से 22 अरब डॉलर से अधिक के कॉन्ट्रैक्ट मिले हैं।
चुनाव के दौरान मस्क ने ट्रंप की काफी मदद की थी। अमेरिका की सरकार में मस्क को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी दी गई थी। इस वर्ष मार्च में मस्क का समर्थन करने के लिए ट्रंप ने टेस्ला की इलेक्ट्रिक कार भी खरीदी थी। टेस्ला की इलेक्ट्रिक कार की ट्रंप ने प्रशंसा करते हुए कहा था कि वह कार ड्राइव करना चाहते हैं। ट्रंप ने बताया था कि उन्होंने टेस्ला के मॉडल S के साथ कंपनी का Cybertruck भी खरीदा है।