चीन ने पिछले कुछ समय से क्रिप्टो माइनिंग पर शिकंजा कसा हुआ है। इतना ही नहीं, कई रिपोर्ट्स में दावा किया जा चुका है कि रूस भी क्रिप्टो माइनिंग पर बैन लगाने पर विचार कर रहा है। यही कारण हो सकता है कि अब अमेरिका क्रिप्टो माइनर्स के लिए पसंदीदा स्थान बन गया है। एक मीडिया रिपोर्ट बताती है कि देश में अरबों डॉलर की सैकड़ों से हजारों माइनिंग मशीनें स्थापित की जा रही है, जो इलेक्ट्रिसिटी ग्रिड के जरिए बिजली ले रही हैं। जहां एक तरफ कई राज्य इस बिजनेस से वसूले जाने वाले टैक्स के जरिए मुनाफा कमाने पर फोकस कर रहे हैं, वहीं, दूसरी ओर कुछ बिजली के उपयोग और पर्यावरणीय प्रभाव को लेकर सतर्क रुख अपना रहे हैं। माइनिंग बिजनेस से मुनाफा कमाने वाले राज्यों में सबसे आगे जॉर्जिया प्रतीत होता है।
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रिपोर्ट से पता चलता है कि जॉर्जिया माइनर्स के लिए पसंदीदा स्थान के रूप में उभर रहा है। एक क्रिप्टोकरेंसी कंपनी Foundry, जो दुनिया के सबसे बड़े माइनिंग पूल Foundry USA को भी चलाती है, के डेटा का हवाला देते हुए रिपोर्ट बताती है कि जॉर्जिया में 31 जनवरी तक पूल के कुल प्रतिशत में से 34% से अधिक कंप्यूटिंग पावर का इस्तेमाल किया गया है, जो पिछले साल की तीसरी तिमाही से लगभग दोगुना है।
रिपोर्ट बताती है कि जॉर्जिया में बिजली की कम कीमतों और बड़ी मात्रा में परमाणु और सौर ऊर्जा की उपलब्धता के चलते इस राज्य ने माइनर्स को काफी आकर्षित किया है। ऐसा हो भी क्यों न, पिछले कुछ समय से कई एक्सपर्ट्स क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग को पर्यावरण के लिए खराब बताते आए हैं, और सस्ती और क्लीन एनर्जी माइनिंग कंपनियों को उनकी छवी रेगुलेटर्स के समाने टिकाऊ या उत्सर्जन मुक्त ब्रांड के रूप में दिखाने का मौका देगी।
Geogia में रेगुलेटर्स ने भी माइनर्स को कानूनों से नहीं बांधा है। उन्होंने राज्य में माइनर्स को खास सोलर प्रोग्राम की ओर निर्देशित किया है, जो कंपनियों को अपने उत्सर्जन को रिन्यूएबल एनर्जी क्रेडिट में बदलने का मौका देता है। शायद यही वजह है कि Bitmain Technologies Ltd. ने सितंबर में घोषणा की थी कि कंपनी राज्य में 56,000 और माइनर्स ला रही है।