क्रिप्टो एक्सचेंज FTX ने कस्टमर्स के क्रिप्टो डेरिवेटिव्स ट्रेड्स को एक्सचेंजों, बैंकों और फाइनेंशियल इंटरमीडियरीज को शामिल किए बिना पूरा करने का प्रपोजल दिया है। फाइनेंशियल सेक्टर से जुड़ी कंपनियों को आशंका है कि अगर इस प्रपोजल को रेगुलेटर्स से स्वीकृति मिलती है तो यह मॉडल अन्य एसेट्स के लिए भी लागू हो सकता है।
FTX की योजना में ट्रेड्स को क्लीयर करने के लिए ब्रोकर्स के बजाय एल्गोरिद्म्स का इस्तेमाल करने की जानकारी दी गई है। ट्रेड्स को क्लीयर करना एक महत्वपूर्ण प्रोसेस होता है जिससे सेलर को उसका फंड मिलना और बायर को उसकी ओर से खरीदए गए एसेट्स को मिलना पक्का किया जाता है। Morgan Stanley के लिए ट्रेडिंग सिस्टम बनाने वाले और अब क्रिप्टो फर्म CoinRoutes चला रहे David Weisberger ने कहा, "सामान्य मार्केट से स्ट्रक्चर में यह पिछले कई वर्षों में पहला बड़ा बदलाव हो सकता है। बदलाव से तनाव होता है।" FTX की योजना का विरोध करने वालों का कहना है कि इससे इनवेस्टर्स के लिए प्रोटेक्शन पर असर पड़ेगा। इससे ब्रोकर्स का काम छिन सकता है और मार्केट को नुकसान होने का रिस्क है। हालांकि, एक बड़ी आशंका यह है कि इससे FTX को ऑयल से लेकर गोल्ड तक के लिए मार्केट्स में दबदबा बनाने का मौका मिल सकता है।
ब्लूमबर्ग टेलीविजन को दिए एक
इंटरव्यू में इस योजना के बारे में पूछने पर FTX के को-फाउंडर और CEO Sam Bankman Fried ने कहा कि FTX रिटेल
क्रिप्टो ट्रेड्स से जुड़ा है। हालांकि, इस प्रपोजल का कई एसेट क्लास के लिए इस्तेमाल हो सकता है। अगर FTX के इस मॉडल का इस्तेमाल क्रिप्टो के अलावा अन्य एसेट्स के लिए होता है तो इससे डेरिवेटिव्स मार्केटप्लेस CME, न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज की कंपनी Intercontinental Exchange, अन्य एक्सचेंजों और इन प्लेटफॉर्म्स पर ट्रेड्स को क्लीयर करने वाले बैंकों को नुकसान हो सकता है।
ब्लूमबर्ग के डेटा के अनुसार, पिछले वर्ष CME का ट्रेडिंग और फ्यूचर्स ट्रेड को क्लीयर करने से रेवेन्यू 3.8 अरब डॉलर और Intercontinental Exchange का 2.4 अरब डॉलर था। FTX के इस प्रपोजल के कुछ समर्थक भी हैं। Nasdaq Inc. के एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट Tal Cohen ने इसे एक बड़ा कदम बताया है। SkyBridge Capital के फाउंडर Anthony Scaramucci ने कहा कि बिचोलियों को हटाने की योजना से इनवेस्टर्स को कॉस्ट घटने का फायदा होगा और मार्केट अधिक एफिशिएंट बनेगी।