देश में क्रिप्टोकरंसीज में इनवेस्टमेंट को लेकर लोगों की दिलचस्पी बढ़ रही है। क्रिप्टो एक्सचेंज CoinSwitch Kuber ने बताया है कि उसके लगभग 14 लाख यूजर्स में से अधिकतर युवा है। इसके अलावा कुल यूजर्स में महिलाओं की संख्या लगभग 15 प्रतिशत की है। देश में क्रिप्टो सेगमेंट को रेगुलेट करने की सरकार तैयारी कर रही है। क्रिप्टोकरंसीज का स्वदेशी जागरण मंच जैसे कुछ संगठनों की ओर से विरोध भी किया जा रहा है।
CoinSwitch के ऐप पर औसत तौर पर लोग क्रिप्टो एसेट्स को खरीदने या बेचने या क्रिप्टो सेगमेंट के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए 27 मिनट बिताते हैं। इस वर्ष की शुरुआत में यह आंकड़ा 13 मिनट प्रति यूजर का था। CoinSwitch Kuber के कुल यूजर्स में से लगभग 60 प्रतिशत 28 वर्ष से कम आयु के हैं। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, पुणे, लखनऊ और पटना से यूजर्स अधिक हैं। CoinSwitch Kuber के फाउंडर और CEO, आशीष सिंघल ने Gadgets 360 को बताया कि देश के छोटे शहरों में भी क्रिप्टो सेगमेंट में लोग दिलचस्पी ले रहे हैं। उन्होंने कहा, "अमेरिका में
Bitcoin ETF की लिस्टिंग सहित इंडस्ट्री के हाल के घटनाक्रमों से क्रिप्टोकरंसीज को लेकर उत्साह बढ़ा है और भारत के साथ ही दुनिया भर में इसमें इनवेस्टमेंट करने वालों की संख्या में तेजी आ रही है।" सिंघल का कहना था कि इस सेगमेंट के एक्सपैंशन के मद्देनजर क्रिप्टोकरंसीज को लेकर देश में जागरूकता भी बढ़ाने की जरूरत है।
केंद्र सरकार ने पहले संसद के शीतकालीन सत्र में क्रिप्टो बिल को प्रस्तुत करने की योजना बनाई थी लेकिन इसे टाल दिया गया। इस बिल को अभी कैबिनेट से स्वीकृति नहीं मिली है। इसके ड्राफ्ट में यह तय करना शामिल है कि देश में किन क्रिप्टोकरंसीज को अनुमति दी जाएगी और किन पर रोक लगाई जा सकती है। सिंघल ने कहा, "इंडस्ट्री को उम्मीद है कि रेगुलेटरी ढांचा तैयार होने से क्रिप्टो में इनवेस्टमेंट को लेकर भ्रम की स्थिति को दूर करने में मदद मिलेगी।"
CoinSwitch ने अपनी रिपोर्ट में यह दावा भी किया है कि उसकी ट्रांजैक्शन वॉल्यूम की ग्रोथ लगभग 3,500 प्रतिशत की रही है। इसके अलावा Bitcoin,
Ether, Dogecoin और Polygon उसके प्लेटफॉर्म पर सबसे अधिक ट्रेड होने वाली क्रिप्टोकरंसीज में शामिल हैं।
चीन सहित बहुत से देशों में क्रिप्टो सेगमेंट पर सख्ती भी की जा रही है। चीन ने कुछ महीने पहले बिटकॉइन माइनिंग पर बंदिशें लगाई थी। अल साल्वाडोर पहला देश है जिसने बिटकॉइन को कानूनी दर्जा दिया है। अमेरिका में क्रिप्टोकरंसीज को लेकर जल्द ही रेगुलेटर बनाने की संभावना है।