पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टोकरेंसीज की ट्रेडिंग तेजी से बढ़ी है। इस मार्केट की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin की माइनिंग करने वाले प्रमुख देशों में रूस शामिल है। हालांकि, इलेक्ट्रिसिटी की अधिक खपत के कारण रूस ने 10 रीजंस में क्रिप्टो माइनिंग पर छह वर्ष का बैन लगाया है।
रूस की न्यूज एजेंसी Tass की
रिपोर्ट में बताया गया है कि अगले वर्ष की शुरुआत से रूस के 10 रीजंस में माइनिंग पूल में शामिल होने पर बैन लगाया गया है। यह फैसला मिनिस्टर्स की काउंसिल ने किया है। रूस ने जुलाई में क्रिप्टो माइनिंग को वैध किया था। हालांकि, रूस में पेमेंट्स के लिए क्रिप्टोकरेंसीज के इस्तेमाल पर रोक है लेकिन हाल ही में विदेशी पेमेंट्स के लिए इनका इस्तेमाल करने की अनुमति दी गई है। यूक्रेन पर हमले की वजह से अमेरिका सहित बहुत से पश्चिमी देशों की ओर से लगाए गए कड़े प्रतिबंधों से बचने के लिए यह छूट दी गई है। क्रिप्टो की माइनिंग पर बैन वाले रीजंस में दागेस्तान, नॉर्थ ओसेटिया और चेचन्या शामिल हैं। रूस में बहुत सी इंटरनेशनल कंपनियों ने अपना कारोबार भी समेट दिया है।
हाल ही में रूस ने कानून में संशोधन कर पश्चिमी देशों की पाबंदियों से निपटने के लिए क्रिप्टोकरेंसीज के इस्तेमाल की अनुमति दी थी। रूस के फाइनेंस मिनिस्टर Anton Siluanov ने बताया, "रूस में माइन किए गए बिटकॉइन्स का इस्तेमाल करने की अनुमति दी गई है।" बिटकॉइन की माइनिंग करने वाले प्रमुख देशों में रूस शामिल है। Siluanov ने कहा, "इस प्रकार की ट्रांजैक्शंस हो रही हैं। हमारा मानना है कि इसे बढ़ाया जाना चाहिए।" उनका कहना था कि भविष्य में डिजिटल करेंसीज में इंटरनेशनल पेमेंट्स की जा सकती हैं।
इस महीने की शुरुआत में रूस के प्रेसिडेंट Vladimir Putin ने कहा था कि अमेरिका की मौजूदा सरकार अमेरिकी डॉलर का राजनीतिक उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल कर इसकी भूमिका को घटा रही है। इस वजह से बहुत से देशों को वैकल्पिक एसेट्स का रुख करना पड़ रहा है। उन्होंने इस प्रकार के एसेट्स में
बिटकॉइन का उदाहरण दिया था। पुतिन का कहना था कि बिटकॉइन को कोई रेगुलेट नहीं कर सकता। हाल ही में बिटकॉइन ने 1,08,000 डॉलर से अधिक का नया हाई लेवल बनाया था। रूस की कंपनियां बिटकॉइन का इस्तेमाल विदेश से कारोबार में कर रही हैं।