पिछले वर्ष क्रिप्टोकरेंसीज पर सख्ती करने के बाद चीन में अथॉरिटीज अब नॉन-फंजिबल टोकन (NFT) को निशाना बना रही हैं। चीन में फाइनेंशियल और सिक्योरिटी ऑर्गनाइजेशंस ने NFT से जुड़े वित्तीय जोखिमों के खिलाफ चेतावनी दी है। चाइना बैंकिंग एसोसिएशन, चाइना इंटरनेट फाइनेंस एसोसिएशन और सिक्योरिटीज एसोसिएशन ऑफ चाइना का उद्देश्य NFT की खरीद और बिक्री को लेकर जागरूकता बढ़ाना है।
चीन में पिछले वर्ष क्रिप्टो एक्टिविटीज को गैर कानूनी करार दिया गया था और बिटकॉइन माइनिंग पर प्रतिबंध लगा था। इन ऑर्गनाइजेशंस का कहना है कि वे ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी, विशेषतौर पर
NFT के डिवेलपमेंट को बढ़ावा देना चाहती हैं। Bitcoin, Ether और Tether जैसी क्रिप्टोकरेंसीज के पेमेंट के विकल्प के तौर पर इस्तेमाल को लेकर इनकी आशंका बरकरार है। इन ऑर्गनाइजेशंस का कहना है कि NFT को कीमती मेटल्स और बॉन्ड्स और इंश्योरेंस जैसे फाइनेंशियल एसेट्स से नहीं जोड़ना चाहिए। इसके साथ ही NFT का मनी लॉन्ड्रिंग जैसी गैर कानूनी गतिविधियों के जरिए के तौर पर इस्तेमाल नहीं होना चाहिए।
क्रिप्टो ट्रेडिंग और माइनिंग को चीन में पिछले वर्ष गैर कानूनी करार दिया गया था लेकिन NFT के बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं की गई थी। पिछले महीने चीन की चैटिंग ऐप WeChat ने अपनी सर्च से Xihu और Dongyiyuandian जैसे लोकप्रिय NFT प्लेटफॉर्म्स को हटा दिया था। चीन के बड़े बिजनेस ग्रुप में शामिल अलीबाबा से जुड़े Ant Group के डिजिटल कलेक्शन प्लेटफॉर्म WhaleTalk की यूजर पॉलिसी में भी बदलाव किया गया है और ओवर-द-काउंट NFT ट्रांजैक्शंस को
अपराध करार दिया गया है। क्रिप्टो एसेट्स की ट्रेडिंग बढ़ाने में NFT का बड़ा योगदान है। पिछले वर्ष NFT की सेल्स लगभग 25 अरब डॉलर की थी।
NFT में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से यूनीक आइटम्स के टोकन्स को ऑथेंटिकेट किया जाता है जो दोबारा प्रोड्यूस किए जा सकने वाले डिजिटल एसेट्स से जुड़े होते हैं। इनमें आर्ट, म्यूजिक, इन-गेम आइटम्स और वीडियो शामिल हो सकते हैं। इनकी ऑनलाइन ट्रेडिंग की जा सकती है लेकिन इन्हें डुप्लिकेट नहीं किया जा सकता। NFT का कारोबार बढ़ने के साथ ही इनसे जुड़े स्कैम के मामलों में भी तेजी आई है। ऐसे कुछ मामलों में NFT खरीदने वालों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। अमेरिका में हाल के महीनों में NFT से जुड़े धोखाधड़ी के कुछ बड़े मामलों का खुलासा हुआ है।