पिछले कुछ सप्ताह से क्रिप्टो मार्केट में तेजी है। इसका बड़ा कारण वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin का प्राइस 19 महीने के हाई लेवल पर पहुंचना है। बिटकॉइन में गुरुवार को 0.43 प्रतिशत की तेजी थी। इसका प्राइस 44,000 डॉलर के पास ट्रेड कर रहा था। पिछले एक दिन में इसमें 252 डॉलर की बढ़ोतरी हुई है। मार्केट एनालिस्ट्स का अनुमान है कि इस वर्ष के अंत तक बिटकॉइन लगभग 50,000 डॉलर पर पहुंच सकता है।
हालांकि, दूसरी सबसे बड़ी
क्रिप्टोकरेंसी Ether में नुकसान था। इसका प्राइस 1.38 प्रतिशत घटकर लगभग 2,250 डॉलर पर था। प्रॉफिट वाली अन्य क्रिप्टोकरेंसीज में Ripple, Cardano, Tron, Binance Coin, Polygon, Stellar और Monero शामिल थे। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन 0.56 प्रतिशत बढ़कर लगभग 1.6 लाख करोड़ डॉलर पर था।
क्रिप्टो फर्म CoinDCX की रिसर्च टीम ने Gadgets360 को बताया, "टेक्निकल नजरिए से बिटकॉइन 44,000 डॉलर के रेजिस्टेंस लेवल है। मार्केट में सेंटीमेंट पॉजिटिव है। इस स्थिति में मामूली गिरावट से नुकसान नहीं होगा।" इस बारे में क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX के वाइस प्रेसिडेंट, Rajagopal Menon का कहना था, "मार्केट में खरीदारी के लिए मजबूत सेंटीमेंट है। इसमें बिटकॉइन की तेजी का बड़ा योगदान है। बिटकॉइन की मार्केट में हिस्सेदारी 53 प्रतिशत से अधिक की है।"
इस अपट्रेंड का प्रमुख कारण अमेरिका में जल्द स्पॉट
बिटकॉइन ETF के लिए स्वीकृति मिलने का अनुमान है। बिटकॉइन ETF को स्वीकृति मिलने पर इसमें क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों के साथ ही सामान्य मार्केट एक्सचेंजों के जरिए भी इनवेस्टमेंट किया जा सकेगा। पिछले महीने के अंत में बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में से शामिल Binance को अमेरिका में एंटी मनी लॉन्ड्रिंग कानून के उल्लंघन का दोषी पाया गया था। इस वजह से Binance पर 4.3 अरब डॉलर (लगभग 35,827 करोड़ रुपये) का जुर्माना लगा था। इसके चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, Changpeng Zhao ने इस्तीफा देने की घोषणा की थी। इससे क्रिप्टो मार्केट को बड़ा झटका लगा था। पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टो से जुड़े स्कैम के मामले बढ़े हैं। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रूल्स बनाने पर जोर दिया था। उन्होंने कहा था कि टेक्नोलॉजी के डिवेलपमेंट के साथ रफ्तार बरकरार रखने की जरूरत है। कुछ देशों में क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रूल्स बनाए जा रहे हैं।