बिटकॉइन स्कैम में CBI ने जब्त की करोड़ों रुपये की क्रिप्टोकरेंसी

यह स्कीम मल्टी-लेवल-मार्केटिंग के स्ट्रक्चर पर चलाई गई थी। इसमें इनवेस्टर्स को रेफरल पर कमीशन का लालच दिया गया था

विज्ञापन
Written by आकाश आनंद, अपडेटेड: 27 फरवरी 2025 22:48 IST
ख़ास बातें
  • GainBitcoin स्कैम की जांच में कई जगहों पर छापे मारे गए हैं
  • इनमें वर्चुअल डिजिटल एसेट्स और सबूत जब्त किए गए हैं
  • इसमें इनवेस्टर्स को रेफरल पर कमीशन का लालच दिया गया था

यह स्कीम मल्टी-लेवल-मार्केटिंग के स्ट्रक्चर पर चलाई गई थी

पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टो से जुड़े स्कैम के मामले तेजी से बढ़े हैं। सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इनवेस्टिगेशन (CBI) ने क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े स्कैम के एक मामले में जांच का दायरा बढ़ाया है। GainBitcoin स्कैम की जांच में कई जगहों पर छापे मारे गए हैं। इनमें वर्चुअल डिजिटल एसेट्स और सबूत जब्त किए गए हैं। 

इस स्कैम की जांच में CBI ने दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चंडीगढ़, पुणे, नांदेड़, कोल्हापुर, मोहाली, झांसी और हुबली कई बड़े शहरों में छापे मारे हैं। इस स्कैम की शुरुआत लगभग एक दशक पहले हुई थी। इसमं इनवेस्टर्स को मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में 18 महीनों के लिए रकम लगाने पर 10 प्रतिशत के मासिक रिटर्न का वादा किया था। यह स्कीम मल्टी-लेवल-मार्केटिंग के स्ट्रक्चर पर चलाई गई थी। इसमें इनवेस्टर्स को रेफरल पर कमीशन का लालच दिया गया था। इसमें शुरुआती भुगतान बिटकॉइन में किया गया था। हालांकि, बाद में यह भुगतान इस मामले के आरोपियों की ओर से शुरू की गई क्रिप्टोकरेंसी MCAP में होने लगा था। MCAP की वैल्यू काफी कम थी। इससे इनवेस्टर्स को भारी नुकसान हुआ था। 

CBI ने छापों के दौरान लगभग 20 करोड़ रुपये से अधिक की क्रिप्टोकरेंसी, कई हार्डवेयर क्रिप्टो वॉलेट्स, 34 लैपटॉप और हार्ड डिस्क और मोबाइल फोन्स को जब्त किया है। जब्त किए गए दस्तावेजों और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज का एनालिसिस कर इस स्कैम के बारे में अधिक जानकारी हासिल की जाएगी। 

हाल ही में एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) ने भी क्रिप्टो से जुड़े एक फ्रॉड के मामले में दिल्ली, मुंबई और जयपुर में फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (FEMA) के तहत छापे मारे हैं। यह मामला क्रिप्टो एक्सचेंज की नकली वेबसाइट बनाकर लोगों के साथ ठगी से जुड़ा है।  ED ने बताया था कि यह फ्रॉड लगभग 600 करोड़ रुपये का है। यह जांच समाचार पत्र में प्रकाशित एक रिपोर्ट के बाद शुरू की गई थी। इस रिपोर्ट में बताया गया था कि एक भारतीय नागरिक Chirag Tomar को सैंकड़ों लोगों के साथ ठगी के लिए अमेरिका में जेल की सजा मिली है। इस मामले में क्रिप्टो एक्सचेंज Coinbase की नकली वेबसाइट बनाकर ठगी की गई थी। इसमें पीड़ितों के लॉगिन से जुड़ी डिटेल्स एंटर करने पर नकली वेबसाइट गलत जानकारी दिखाती थी, जिससे यूजर्स इस वेबसाइट पर दिए फोन नंबर पर संपर्क करते थे। यह फोन एक कॉल सेंटर का था जिसे तोमर और उसके साथी चलाते थे। ये लोग पीड़ितों के क्रिप्टोकरेंसी एकाउंट का एक्सेस लेने के बाद उनकी होल्डिंग्स अपने क्रिप्टो वॉलेट्स में ट्रांसफर कर लेते थे। इसके बाद चुराई इस क्रिप्टोकरेंसी को बेच दिया जाता था। 
 

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
 

ये भी पढ़ेंभारतीय एक्सचेंजों में क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Gadgets 360 में आकाश आनंद डिप्टी ...और भी

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. YouTube का ट्रेडिंग पेज 10 सालों बाद हो रहा रिटायर, जानें क्या है वजह
#ताज़ा ख़बरें
  1. क्रिप्टो एक्सचेंज CoinDCX ने चोरी हुए 378 करोड़ रुपये के फंड की रिकवरी के लिए दिया बड़े इनाम का ऑफर 
  2. Samsung की Galaxy Watch 8, Watch 8 Classic के लिए भारत में शुरू हुए प्री-ऑर्डर, जानें प्राइस, ऑफर्स
  3. Asus ने भारत में लॉन्च किया Vivobook 14, Snapdragon X प्रोसेसर, जानें प्राइस, स्पेसिफिकेशंस
  4. Xiaomi टैबलेट मार्केट में हल-चल मचाने की तैयारी में, लॉन्च होने वाला है नया हाई-एंड टैबलेट!
  5. Apple के फोल्डेबल  iPhone में हो सकता है Samsung के पार्ट्स का इस्तेमाल
  6. WhatsApp चैट्स खोलो या ना खोलो, अपकमिंग AI फीचर बताएगा सबसे जरूरी बातें!
  7. NASA के Perseverance रोवर ने बनाया मंगल ग्रह पर सबसे लंबी ड्राइव का रिकॉर्ड
  8. Vodafone Idea का ये रिचार्ज करने पर फ्री मिलेगा JioHotstar
  9. MG का भूचाल! भारत आई M9 EV, 548 KM की रेंज और 90 मिनट में बैटरी फुल; जानें कीमत
  10. Lava के Blaze Dragon में होगा Snapdragon 4 Gen 2 चिपसेट, लीक हुआ प्राइस
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.