मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में मंगलवार को 11 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। इस वर्ष यह पहली बार है कि जब इसका प्राइस 33,623 डॉलर पर पहुंचा है। बिटकॉइन ने इसके साथ 16 महीने का हाई लेवल छुआ है। अमेरिका में सिक्योरिटीज मार्केट के रेगुलेटर की ओर से बिटकॉइन ETF के लिए स्वीकृति मिलने की संभावना इसमें तेजी का बड़ा कारण है। पिछले एक दिन में बिटकॉइन का प्राइस 3,356 डॉलर बढ़ा है।
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में 7.61 प्रतिशत की तेजी थी। इसका प्राइस लगभग 1,813 डॉलर पर था। पिछले एक दिन में Ether के प्राइस में लगभग 125 डॉलर की बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा Avalanche, Polkadot, Stellar, Monero, Ripple, Cardano, Litecoin और Polygon के भी प्राइसेज बढ़े हैं। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन 8.57 प्रतिशत बढ़कर लगभग 1.27 लाख करोड़ डॉलर पर पहुंच गया।
Bloomberg के ETF एनालिस्ट, Eric Balchunas ने X (पहले Twitter) पर एक पोस्ट में बताया है कि BlackRock से iShares Bitcoin Trust को अमेरिका में Depository Trust एंड Clearing Corporation की वेबसाइट पर लिस्ट किया गया है। इससे कई क्रिप्टोकरेंसीज के प्राइसेज बढ़ रहे हैं। हाल ही में
बिटकॉइन से जुड़ी CoinTelegraph की एक भ्रामक पोस्ट X पर आने के बाद इसका प्राइस 30,000 डॉलर की ओर बढ़ा था। इसके बाद BlackRock और अन्य एंटिटीज के तुरंत इस दावे को गलत बताने से CoinTelegraph को गलत जानकारी देने के लिए माफी मांगनी पड़ी थी।
बिटकॉइन ने पिछले वर्ष लगभग 68,000 डॉलर का हाई लेवल छुआ था। इसके बाद से इसके प्राइस में भारी गिरावट हुई थी। इससे इनवेस्टर्स को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। कुछ क्रिप्टो फर्मों के दिवालिया होने से भी मार्केट में गिरावट आई थी। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने
क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रूल्स बनाने पर जोर दिया था। उनका कहना था कि टेक्नोलॉजी के डिवेलपमेंट के साथ रफ्तार बरकरार रखने की जरूरत है। इससे पहले फाइनेंस मिनिस्ट्री और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने भी क्रिप्टो के लिए रूल्स बनाने का पक्ष लिया था। कुछ देशों में रेगुलेटर्स इस सेगमेंट के लिए रूल्स बना रहे हैं। इससे इस मार्केट में स्कैम के मामलों पर लगाम लग सकती है और इनवेस्टर्स का भरोसा भी मजबूत हो सकता है।