मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में इस महीने तेजी रही है। यह पिछले नौ महीने के उच्च स्तर पर है। बिटकॉइन में सोमवार को 1.11 प्रतिशत की तेजी थी। इसका प्राइस 27,872 डॉलर पर था। इसके लिए 28,150 डॉलर के प्राइस पर रेजिस्टेंस है और इसे तोड़ने के बाद बिटकॉइन के साथ ही क्रिप्टो मार्केट में भी जोरदार तेजी आ सकती है।
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ethereum में 0.74 प्रतिशत की बढ़त थी। Gadgets 360 के
क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, इसका प्राइस 1,765 डॉलर पर था। इसके अलावा Binance Coin, Polygon, Polkadot और Chainlink के प्राइसेज में भी तेजी थी। कुछ स्टेबलकॉइन्स के प्राइस घटे हैं और इनमें USD Coin और Ripple शामिल थे। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग एक प्रतिशत बढ़कर 1.16 लाख करोड़ डॉलर पर पहुंच गया।
क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX के वाइस प्रेसिडेंट, Rajagopal Menon ने Gadgets 360 को बताया, "पिछले कुछ दिनों में बिटकॉइन की तेजी में अमेरिका के इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स का बड़ा योगदान है। मार्केट में लिक्विडिटी घटने के बीच क्रिप्टो मार्केट में मजबूत सेंटीमेंट दिख रहा है। बिटकॉइन के प्राइस में तेजी से बहुत से इनवेस्टर्स की इसमें दिलचस्पी बढ़ी है।" एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस सेगमेंट के लिए रेगुलेशन बढ़ने से पूरी इंडस्ट्री को फायदा हो सकता है। पिछले कुछ महीनों में क्रिप्टोकरेंसीज के जल्द प्रॉफिट कमाने का जरिया होने से जुड़ा नजरिया बदला है।
पिछले वर्ष के अंत में बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल
FTX के दिवालिया होने का मार्केट पर बड़ा असर पड़ा था। इससे बड़ी संख्या में इनवेस्टर्स ने क्रिप्टोकरेंसीज से दूरी बना ली थी। FTX के सॉफ्टवेयर में बदलाव कर क्लाइंट्स के फंड का इस्तेमाल किया गया था। एक्सचेंज के चीफ इंजीनियर ने कोड में बदलाव कर FTX के फाउंडर Sam Bankman Fried की फर्म Alameda Research को उधार ली गई रकम पर नुकसान उठाने के बावजूद उसके एसेट्स बेचने से छूट दी थी। इस छूट से फर्म को FTX से फंड उधार लेने की अनुमति मिल गई थी चाहे उसके बदले में कोलेट्रल की वैल्यू कितनी भी हो। कोड में इस बदलाव को अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने पकड़ा था। SEC ने बताया कि इससे फर्म को बिना किसी लिमिट के क्रेडिट दिया गया था।