मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में मंगलवार को 2.09 प्रतिशत की तेजी थी। इसका प्राइस 24,920 डॉलर पर था। पिछले एक दिन में बिटकॉइन की वैल्यू 664 डॉलर बढ़ी है। मार्केट एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि इसका अगला रेजिस्टेंस लेवल 31,000 डॉलर पर हो सकता है।
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether का प्राइस 1.14 प्रतिशत बढ़ा है। Gadgets 360 के
क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, Ether का प्राइस 1,702 डॉलर पर था। इसके अलावा Tether, USD Coin, Ripple और Binance USD जैसे स्टेबलकॉइन्स में तेजी थी। Avalanche, Cardano, Solana और Polkadot जैसे ऑल्टकॉइन्स के प्राइस भी बढ़े हैं। नुकसान वाली क्रिप्टोकरेंसीज में Binance Coin, Polygon, Litecoin और Tron थे। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन 1.03 प्रतिशत बढ़कर लगभग 1.13 लाख करोड़ डॉलर पर था।
क्रिप्टो फर्म Mudrex के CEO और को-फाउंडर, Edul Patel ने Gadgets 360 को बताया कि पिछले कुछ महीनों में क्रिप्टोकरेंसीज के जल्द प्रॉफिट कमाने का जरिया होने से जुड़ा नजरिया बदला है। क्रिप्टोकरेंसीज को लॉटरी टिकट की तरह नहीं देखा जा रहा है। इनमें लंबी अवधि के लिए इनवेस्टमेंट किया जा रहा है। रिटेल और इंस्टीट्यूशनल दोनों इनवेस्टर्स ने अपनी खरीदारी का साइज घटाया है। इस सेगमेंट के लिए रेगुलेशंस बढ़ने से पूरी इंडस्ट्री को फायदा हो सकता है।
पिछले वर्ष के अंत में बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल FTX के दिवालिया होने का मार्केट पर बड़ा असर पड़ा था। इससे बड़ी संख्या में इनवेस्टर्स ने क्रिप्टोकरेंसीज से दूरी बना ली थी।
FTX के सॉफ्टवेयर में बदलाव कर क्लाइंट्स के फंड का इस्तेमाल किया गया था। एक्सचेंज के चीफ इंजीनियर ने कोड में बदलाव कर FTX के फाउंडर Sam Bankman Fried की फर्म Alameda Research को उधार ली गई रकम पर नुकसान उठाने के बावजूद उसके एसेट्स बेचने से छूट दी थी। इस छूट से फर्म को FTX से फंड उधार लेने की अनुमति मिल गई थी चाहे उसके बदले में कोलेट्रल की वैल्यू कितनी भी हो। कोड में इस बदलाव को अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने पकड़ा था। SEC ने बताया कि इससे Alameda Research को बिना किसी लिमिट के क्रेडिट दिया जा रहा था। फर्म को दो वर्षों में अरबों डॉलर का उधार दिया गया था।