अमेरिका में पकड़ा गया Bitcoin से जुड़ा 27 लाख डॉलर का मनी लॉन्ड्रिंग स्कैम

इस मामले में 27 लाख डॉलर की बिटकॉइन में धोखाधड़ी की गई है। आरोपी Goldman Sachs का पूर्व इनवेस्टमेंट बैंकर है

अमेरिका में पकड़ा गया Bitcoin से जुड़ा 27 लाख डॉलर का मनी लॉन्ड्रिंग स्कैम

आरोपी Goldman Sachs का पूर्व इनवेस्टमेंट बैंकर है

ख़ास बातें
  • आरोपी ने सोशल मीडिया पर इस स्कीम का प्रचार किया था
  • इसमें क्लाइंट्स को पहचान छिपाकर ट्रांजैक्शंस करने में मदद की गई थी
  • हाल के महीनों में क्रिप्टो से जुड़े स्कैम के मामले बढ़े हैं
विज्ञापन
क्रिप्टोकरेंसीज से जुड़े स्कैम की संख्या लगातार बढ़ रही है। अमेरिका में कैश-टु-बिटकॉइन मनी लॉन्ड्रिंग स्कीम का ऐसा ही एक मामला पकड़ा गया है। इसमें न्यूयॉर्क का एक व्यक्ति आरोपी है जिसने सोशल मीडिया पर इस स्कीम का प्रचार किया था और अपने क्लाइंट्स को बताया था कि वह उन्हें छिपकर ट्रांजैक्शन करने में मदद कर सकता है। इस मामले में 27 लाख डॉलर की बिटकॉइन में धोखाधड़ी की गई है। आरोपी Goldman Sachs का पूर्व इनवेस्टमेंट बैंकर है। 

Bloomberg की रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले में Thomas Spieker और उसके सहयोगियों को डार्क वेब ड्रग डील सहित कई गैर कानूनी गतिविधियों में मदद के लिए बिटकॉइन का इस्तेमाल करने का दोषी पाया गया है। Spieker ने फेसबुक पोस्ट में ऐसे व्यक्तियों को सर्विसेज की पेशकश की थी जो अपनी पहचान छिपाना चाहते थे। ये व्यक्ति गैर कानूनी गतिविधियों से जुड़े थे। Manhattan District Attorney ने आरोप लगाया है कि Spieker ने अपने सहयोगियों की मदद से लगभग 27 लाख डॉलर के बिटकॉइन को डॉलर में बदला था। इसके लिए कई बैंक और क्रिप्टो एक्सचेंज एकाउंट खोले गए थे। 

Manhattan District Attorney के ऑफिस ने बताया, "इस तरह की मनी लॉन्ड्रिंग से ड्रग स्मगलर्स और स्कैमर्स को अपनी आपराधिक गतिविधियों को छिपाने और अपनी रकम को विदेश भेजने में मदद मिलती है। इस मामले से पता चला है कि क्रिप्टोकरेंसी जैसी नई टेक्नोलॉजीज कैसे दुनिया भर में फैली आपराधिक गतिविधियों का बड़ा कारण हो सकती हैं।" Spieker के कई क्लाइंट्स के खिलाफ डार्क वेब पर गैर कानूनी ड्रग्स मार्केटप्लेस चलाने और पहचान की चोरी के आरोपों में मामला चलेगा। 

हाल ही में अमेरिका में 'Frosties' कही जाने वाली उनकी  NFT सीरीज के साथ मनी लॉन्ड्रिंग और फ्रॉड करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इन लोगों ने अपना NFT प्रोजेक्ट छोड़ने से पहले बायर्स को लगभग 11 लाख डॉलर का नुकसान पहुंचाया था। इस तरह के मामले 'रग पुल स्कैम' कहे जाते हैं, जिनमें NFT प्रोजेक्ट्स या क्रिप्टोकरेंसीज के क्रिएटर्स से जल्द बिक्री करने के बाद गायब हो जाते हैं। इस मामले में अमेरिका का जस्टिस डिपार्टमेंट (DoJ) इस वर्ष की शुरुआत में एक शिकायत दर्ज होने के बाद से इस NFT सीरीज केक्रिएटर्स Ethan Nguyen और Andre Llacuna की तलाश कर रहा था। इन दोनों को 24 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। 

भारतीय एक्सचेंजों में क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: Bitcoin, Scam, Crypto, Dark Web, America, Facebook, NFT, Exchange

संबंधित ख़बरें

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Maruti Suzuki ने पेश की e Vitara, 500 किलोमीटर से ज्यादा की रेंज 
  2. Redmi 15C 5G कल होगा भारत में लॉन्च, 50 मेगापिक्सल डुअल रियर AI कैमरा
  3. iPhone में संचार साथी ऐप को प्री-इंस्टॉल नहीं करेगी Apple!
  4. क्या होता है GPS Spooing? जिससे भारत के 7 बड़े एयरपोर्ट्स को बनाया गया था निशाना? यहां जानें
  5. Sanchar Saathi कैसे काम करता है? जानिए इसके 6 सबसे काम के फीचर्स
  6. Poco C85 5G जल्द होगा भारत में लॉन्च, 50 मेगापिक्सल का प्राइमरी AI कैमरा
  7. AI+ Laptap की लॉन्च टाइमलाइन का खुलासा, लैपटॉप जैसा एक्सपीरिएंस देगा ये टैबलेट!
  8. VinFast की भारत में जल्द इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च करने की तैयारी
  9. Vivo X300 vs OnePlus 15 vs Google Pixel 10: 80K में जानें कौन सा फोन है बेहतर
  10. OnePlus 15R और OnePlus Pad Go 2 का लॉन्च 17 दिसंबर को, यहां जानें कंफर्म्ड स्पेसिफिकेशंस और लाइव स्ट्रीमिंग डिटेल्स
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »