क्रिप्टो (Crypto) से संबंधित कुल 17 कंपनियां ‘क्रिप्टो मार्केट इंटीग्रिटी गठबंधन (CMIC)' नाम का एक नया ग्रुप बनाने के लिए साथ आई हैं। यह गठबंधन ओवरऑल क्रिप्टो मार्केट को बिजनेस करने के लिए एक सेफ जगह बनाने पर काम करेगा। न्यू यॉर्क सिटी की इन्फर्मेशन टेक्नॉलजी कंपनी सॉलिडस लैब्स (Solidus Labs) ने इस ग्रुप के गठन की पहल की है। मार्केट के गलत इस्तेमाल और हेरफेर को खत्म करने के मकसद से Coinbase, Huobi Tech, BitMEX, Bitstamp और Securrency समेत कुल 17 फर्में CMIC में शामिल हो गई हैं।
क्रिप्टो मार्केट में सुरक्षा को बढ़ाने के इरादे से CMIC इस सेक्टर के विभिन्न पहलुओं को देखने वाले रेगुलेटर्स के साथ काम करने की योजना बना रहा है। एक बयान में इस ग्रुप ने
कहा है कि क्रिप्टो फर्में उन चिंताओं के बारे में जानती हैं जिन्हें अभी भी देखने की जरूरत है।
CMIC के सदस्य- रेगुलेटर्स से मिलने, एडवांस्ड ट्रेनिंग प्रोग्राम्स में शामिल होने और क्रिप्टो स्पेस से जुड़ीं रिसर्च रिपोर्टों की निगरानी करने की योजना बना रहे हैं।
सॉलिडस लैब्स के को-फाउंडर और चीफ एग्जीक्यूटिव आसफ मीर ने कहा कि इस पहल का शुरुआती लक्ष्य CeFi (सेंट्रलाइज्ड फाइनेंस), DeFi (डीसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस) और सभी डिजिटल संपत्तियों में इंडस्ट्री के लेवल पर यूनिटी लाना है। यह ग्रुप डेटा-शेयरिंग और शेयर्ड-सर्विलांस फ्रेमवर्क पर भी काम करेगा, जो क्रिप्टो इंडस्ट्री में इन दिनों चिंता का विषय है।
यह डेवलपमेंट ऐसे समय में हुआ है, जब अमेरिका, भारत और रूस जैसे देश क्रिप्टो सेक्टर को रेगुलेट करने और लोगों को इसके जोखिमों से बचाने के तरीके खोज रहे हैं।
Anchorage Digital, CrossTower, Elwood Technologies और CryptoCompare जैसी कंपनियां भी CMIC के संस्थापक सदस्यों के रूप में शामिल हुई हैं। डिजिटल संपत्तियों से जुड़ी कई और कंपनियां भी इस समूह का हिस्सा बन सकती हैं और क्रिप्टो बिजनेस की प्रैक्टिस को बेहतर करने के लिए योगदान कर सकती हैं।
पिछले साल ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैपिटलाइजेश 3 ट्रिलियन डॉलर (लगभग 2,15,66,720 करोड़ रुपये) तक बढ़ गया था। हालांकि क्रिप्टो सेक्टर के अस्थिर नेचर और इससे जुड़ी पर्यावरणीय चिंताओं की वजह से हाल के दिनों में 1 ट्रिलियन डॉलर (लगभग 70,00,000 करोड़) से अधिक का मार्केट कैप खत्म हो गया। CoinMarketCap के
अनुसार, क्रिप्टो सेक्टर की मौजूदा मार्केट वैल्यूएशन 1.70 ट्रिलियन डॉलर (लगभग 1,26,38,492 करोड़ रुपये) है।