WhatsApp ने Android यूजर्स को कड़ी चेतावनी जारी करते हुए इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप के फर्जी वर्जन से सावधान रहने को कहा है। व्हाट्सऐप के सीईओ विल कैथकार्ट (Will Cathcart) ने एक ट्वीट थ्रेड के जरिए इस चेतावनी को जारी किया है। इसमें उन्होंने कहा कि जो यूजर्स ऐप के किसी भी मॉडिफाइड वर्जन को यूज कर रहे हैं, वे बड़ी परेशानी में पड़ सकते हैं। WhatsApp सबसे लोकप्रिय इंस्टेंट मैसेजिंग मोबाइल एप्लिकेशन में से एक है, जिसके लगभग दो बिलियन (200 करोड़) एक्टिव यूजर्स हैं। यह स्कैमर्स के लिए लोकप्रिय प्लेटफॉर्म है, जहां वे विभिन्न तकनीकों के जरिए यूजर्स को फसाते हैं।
अपने ट्वीट में, विल कैथकार्ट ने कहा कि कंपनी की सिक्योरिटी रिसर्च टीम को कुछ नकली ऐप मिले हैं, जो WhatsApp जैसी सर्विस की पेशकश करने का दावा करते हैं। उन्होंने ट्वीट में कहा, "हाल ही में हमारी सुरक्षा टीम ने Google Play से बाहर मौजूद "HeyMods" नाम के एक डेवलपर के कई ऐप्स में छिपा हुआ मैलवेयर पाया, जिसमें "Hey WhatsApp" और अन्य [ऐप्स] शामिल थे।"
कैथकार्ट ने आगे कहा, "इन ऐप्स ने नए फीचर्स का वादा किया, लेकिन [ये] लोगों के फोन पर स्टोर निजी जानकारी को चुराने के लिए सिर्फ एक स्कैम था। हमने इस जानकारी को गूगल के साझा किया है और इन ऐप्स से निपटने के लिए उनके साथ काम किया है।"
WhatsApp के नकली वर्जन Google Play स्टोर पर उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन यूजर्स को इन ऐप्स को अनौपचारिक सोर्स से डाउनलोड करने का लालच दिया जाता है।
व्हाट्सऐप हेड ने ट्वीट किया, "एंड्रॉयड पर गूगल प्ले प्रोटेक्ट अब व्हाट्सऐप के पहले से डाउनलोड किए गए नकली वर्जन का पता लगा सकता है और [उन्हें] अक्षम कर सकता है। हम एंड्रॉयड डिवाइस पर नकली ऐप्स को फैलने से रोकने के लिए गूगल की मदद की सराहना करते हैं।"
इसी बीच एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी ने Catalyst टेक्नोलॉजी पर बने नए macOS WhatsApp ऐप का बीटा वर्जन लॉन्च किया है। WABetaInfo की रिपोर्ट में कहा गया है कि macOS के लिए WhatsApp बीटा ऐप मौजूदा डिजाइन से काफी अलग दिखता है।