माइक्रोब्लॉगिंग साइट Twitter के भारतीय राइवल Koo ने OpenAI के ChatGPT को इंटीग्रेट किया है। इससे यूजर्स को पोस्ट तैयार करे में मदद मिलेगी। ChatGPT एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बॉट है जो संकेत देने पर कंटेंट तैयार कर सकता है। टेक इंडस्ट्री में इसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है।
Koo के को-फाउंडर, Mayank Bidawatka ने Reuters को बताया कि यूजर्स ऐप के अंदर ChatGPT की मदद से विभिन्न विषयों पर पोस्ट ड्राफ्ट कर सकेंगे। उन्होंने कहा, "यूजर्स इससे अपने क्षेत्र में ट्रेंडिंग न्यूज के बारे में पूछने के बाद अपने विचार लिख सकते हैं।" पिछले सप्ताह बड़ी टेक कंपनियों Microsoft और Google ने अपने जेनरेटिव AI चैटबॉट्स की घोषणा की थी, जो सर्च के रिस्पॉन्स में इंटरनेट पर मौजूद इनफॉर्मेशन को एकत्र कर सकेंगे। फोटो मैसेजिंग ऐप Snapchat की मालिक Snap Inc ने भी एक चैटबॉट पेश किया है जिसके मजेदार तरीके से रिस्पॉन्स देने की ट्रेनिंग मिली है।
Bidawatka ने कहा कि पोस्ट तैयार करने की क्षमता वाली टेक्नोलॉजी को इंटीग्रेट करने वाला
Koo पहला प्लेटफॉर्म होगा। इसके लिए यूजर्स ChatGPT टूल में अपने संकेतों को टाइप कर सकेंगे या Koo के वॉयस कमांड फीचर का इस्तेमाल किया जा सकेगा। Koo के लगभग 20 प्रतिशत यूजर्स ऐप पर कंटेंट तैयार करते हैं और ChatGPT के इंटीग्रेशन से इस आंकड़े को बढ़ाने में मदद मिलेगी। यह फीचर शुरुआत में Koo पर वेरिफाइड एकाउंट्स के लिए दिया जाएगा और बाद में यह सभी यूजर्स को उपलब्ध होगा।
ट्विटर को Koo ऐप से कड़ी टक्कर मिल रही है। पिछले वर्ष यूजर डाउनलोड्स के लिहाज से Koo दूसरा सबसे बड़ा माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म बन गया था। यह Gettr, Truth Social, Mastodon और Parler जैसे प्लेटफॉर्म्स का मुकाबला करने वाला एकमात्र भारतीय प्लेटफॉर्म है। Koo ने यूजर्स के लिए चार नए
फीचर्स शुरू किए थे। इनमें यूजर्स के लिए 10 प्रोफाइल पिक्चर्स अपलोड करने की सुविधा के अलावा एक Koo पोस्ट को सेव, शेड्यूल और ड्राफ्ट करना शामिल है। Koo पोस्ट एक ट्वीट की तरह होता है। Koo के यूजर्स एक पोस्ट को आगे की तिथि और समय पर शेड्यूल कर सकेंगे। इससे एक बड़े पोस्ट को अलग-अलग समय पर कुछ हिस्सों में शेड्यूल किया जा सकेगा जिससे यूजर के फॉलोअर्स की फीड कम भरेगी। इलेक्ट्रिक कार मेकर Tesla के चीफ एग्जिक्यूटिव Elon Musk ने पिछले वर्ष के अंत में ट्विटर को खरीदा था।