Twitter के भारतीय कॉम्पिटिटर Koo पर लगेगा ताला

कुछ बड़ी इंटरनेट कंपनियों, बिजनेस ग्रुप और मीडिया कंपनियों के साथ एक्विजिशन को लेकर बातचीत नाकाम होने के बाद Koo को बंद किया जा रहा है

विज्ञापन
Written by डेविड डेलिमा, Edited by आकाश आनंद, अपडेटेड: 3 जुलाई 2024 16:07 IST
ख़ास बातें
  • लगभग दो वर्ष पहले Koo ने पांच करोड़ यूजर्स के आंकड़े को पार कर लिया था
  • इस ऐप के पास अपने पीक दौर में लगभग एक करोड़ मासिक एक्टिव यूजर्स थे
  • पिछले कुछ वर्षों में ट्विटर के यूजर्स की संख्या तेजी से बढ़ी है

इस स्टार्टअप के लिए एक बड़ी मुश्किल फंडिंग की कमी थी

सोशल मीडिया ऐप Koo को बंद किया जा रहा है। इस भारतीय स्टार्टअप की शुरुआत लगभग चार वर्ष पहले माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म Twitter (जिसे अब X कहा जाता है) को टक्कर देने के लिए हुई थी। बड़ी इंटरनेट और मीडिया कंपनियों के साथ एक्विजिशन को लेकर बातचीत नाकाम होने के बाद इसे बंद किया जाएगा। 

Koo की शुरुआत Aprameya Radhakrishna और Mayank Bidawatka ने की थी। यह देश की भाषाओं में यूजर्स को सर्विस देती थी। Aprameya और Bidawatka ने बुधवार को LinkedIn पर एक पोस्ट में बताया कि कुछ बड़ी इंटरनेट कंपनियों, बिजनेस ग्रुप और मीडिया कंपनियों के साथ एक्विजिशन को लेकर बातचीत नाकाम होने के बाद Koo को बंद किया जाएगा। फरवरी में TechCrunch की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि Koo को खरीदने के लिए बेंगलुरु के न्यूज और कंटेंट एग्रीगेटर Dailyhunt के साथ बातचीत हो रही है। 

इसके फाउंडर्स ने बताया है कि कुछ कंपनियों ने Koo के एक्विजिशन की डील के फाइनल दौर में होने पर अपनी प्रायरिटी बदल दी थी और इनमें से अधिकतर कंपनियां यूजर जेनरेटेड कंटेंट से नहीं निपटना चाहती थी। इस ऐप के पास अपने पीक दौर में लगभग एक करोड़ मासिक एक्टिव यूजर्स और लगभग 21 लाख रोजाना के एक्टिव यूजर्स थे। केंद्र सरकार और ट्विटर के बीच कंटेंट को हटाने के निवेदनों को लेकर तनाव होने पर Koo की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी थी। लगभग दो वर्ष पहले Koo ने पांच करोड़ यूजर्स के आंकड़े को पार कर लिया था। इसने एक वर्ष के अंदर ट्विटर के यूजर बेस से आगे निकलने का टारगेट रखा था। पिछले कुछ वर्षों में ट्विटर के यूजर्स की संख्या तेजी से बढ़ी है। 

इस स्टार्टअप के लिए एक बड़ी मुश्किल फंडिंग की कमी थी। Aprameya ने कहा कि Koo को रेवेन्यू हासिल करने से पहले यूजर्स की संख्या बढ़ाने के लिए लॉन्ग-टर्म फंडिंग की जरूरत थी। उन्होंने बताया कि Koo को बंद करने के फैसले के पीछे इस सोशल मीडिया ऐप को चलाने की कॉस्ट अधिक होना एक बड़ा कारण है। Koo ने लगभग दो वर्ष पहले अपने एल्गोरिद्म को सार्वजनिक किया था। इसके फाउंडर्स का कहना है कि स्वदेशी भाषाओं में सोशल मीडिया को सक्षम बनाने के लिए वे इस सर्विस को जारी रखने पर विचार कर रहे हैं। 

  
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Gadgets 360 में टेक्नोलॉजी लेखक के ...और भी

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. Google का अनोखा TV रिमोट, घर में बल्ब की रोशनी से चार्ज होगा, कभी खत्म नहीं होगी बैटरी
  2. न बैटरी बदलने की टेंशन, न चार्जिंग का झंझट! Google का नया TV रिमोट टेबल पर पड़े-पड़े होगा चार्ज
  3. फोन हीटिंग की टेंशन खत्म! आ गया Black Shark वायरलेस चार्जिंग कूलर, 25W फास्ट चार्जिंग से लैस, जानें कीमत
#ताज़ा ख़बरें
  1. Realme GT 8 Pro vs OnePlus 15 vs Oppo Find X9: जानें कौन सा फ्लैगशिप है बेस्ट
  2. फोन हीटिंग की टेंशन खत्म! आ गया Black Shark वायरलेस चार्जिंग कूलर, 25W फास्ट चार्जिंग से लैस, जानें कीमत
  3. Ray-Ban Meta Gen 1 स्मार्ट ग्लासेज पर भारी डिस्काउंट, ऐसे खरीदें
  4. अब Google पर यह चेक कर पाएंगे कि फोटो AI से तैयार हुआ है या नहीं, जानें कैसे करें उपयोग
  5. Google का अनोखा TV रिमोट, घर में बल्ब की रोशनी से चार्ज होगा, कभी खत्म नहीं होगी बैटरी
  6. Jio का 365 दिनों तक 912.5GB डेटा, अनलिमिटिड 5G, कॉलिंग, JioHotstar फ्री Pro Google Gemini वाला धांसू प्लान
  7. Google जल्द ही ला रहा स्पैम से बचाव करने वाला फीचर, जानें सबकुछ
  8. Black Friday Sale: 10 हजार रुपये सस्ता मिल रहा Google का फ्लैगशिप स्मार्टफोन
  9. भारत में Google Pixel में आया धांसू AI फीचर, चुटकी में पकड़ेगा स्कैम और फ्रॉड कॉल
  10. टेस्ला जल्द गुरूग्राम में शुरू करेगी पहला फुल सेंटर, सेल्स बढ़ाने की तैयारी
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.