फैंटेसी गेम्स को लेकर Google की भारत में पॉलिसी दुनिया के कई अन्य देशों से अलग है। सर्च दिग्गज भारत में अपने Play Store पर Dream 11 और Mobile Premier League जैसे फैंटेसी ऐप्स को लिस्ट होने की अनुमति नहीं दी थी, लेकिन लंबे समय बाद, गूगल अब अपनी पॉलिसी में सीमित समय के लिए बदलाव करने की तैयारी कर चूका है। कंपनी ने रियल-मनी गेम्स जैसे DFS और रमी ऐप्स को अनुमति देने के लिए एक ट्रायल शुरू किया है।
Indian Express के
अनुसार, Google अपने Play Store ऐप मार्केटप्लेस में ट्रायल के तौर पर फैंटेसी और रमी ऐप्स को अनुमति देने का फैसला किया है। ये ऐप्स 28 सितंबर से शुरू आने वाले एक साल के लिए प्ले स्टोर पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध होंगे। इसके लिए सभी डेवलपर्स को पहले गूगल के पास एक आवेदन सबमिट करना होगा।
यदि आप जानना चाहते हैं कि गूगल बेटिंग या फैंटेसी ऐप्स को लेकर कितना सख्त रहा है, तो आपको बता दें कि 2020 में गूगल ने Paytm ऐप को अपने फैंटेसी ऐप Paytm First Games को बढ़ावा देने के लिए प्ले स्टोर से
अस्थायी रूप से हटा दिया था, क्योंकि Google ने इसे बेटिंग ऐप माना था।
MoneyControl के
अनुसार, Google द्वारा की गई इस घोषणा के बाद, सोमवार को मोबाइल गेमिंग और स्पोर्ट्स मीडिया प्लेटफॉर्म Nazara Technologies के शेयरों में लगातार तीसरे सत्र के लिए बढ़ोतरी हुई। रिपोर्ट में बताया गया कि सोमवार, सुबह 11.36 बजे NSE पर शेयर 780.5 रुपये के भाव से 6.1 प्रतिशत ऊपर था। यह 3,891,566 के वॉल्यूम के साथ ट्रेड के पहले घंटे में सबसे सक्रिय शेयरों में से एक था।
Nazara Technologies के मैनेजमेंट के अनुसार, "यह स्किल-बेस्ड रियल मनी गेमिंग इकोसिस्टम में सभी के लिए बहुत अच्छा है।"
Nazara Technologies के रियल-मनी गेमिंग पोर्टफोलियो में फैंटेसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म Halaplay और स्किल गेमिंग प्लेटफॉर्म OpenPlay शामिल हैं। वित्त वर्ष 2023 के पहली तिमाही में इस सेगमेंट के पास कंपनी की कुल कमाई का लगभग 6 प्रतिशत हिस्सा था।
रिपोर्ट में फेडरेशन ऑफ इंडियन फैंटेसी स्पोर्ट (FIFS) और Deloitte का हवाला देते हुए बताया है कि देश में फैंटेसी स्पोर्ट्स मार्केट का वित्त वर्ष 2011 में 34,600 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2015 तक अनुमानित 1,65,000 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। भारत में फैंटेसी स्पोर्ट्स मार्केट का यूजर बेस दुनिया में कहीं भी सबसे अधिक - 13 करोड़ रुपये है।
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि Google ने "फैंटेसी गेमिंग इंडस्ट्री की विकसित प्रकृति के कारण और ऐसे ऐप्स की किसी भी संभावित उपयोगकर्ता हानि और सुरक्षा के बारे में पर्याप्त जानकारी एकत्रित करने के लिए पायलट के हिस्से के रूप में फैंटेसी गेम्स की अनुमति देने का विकल्प चुना है।"