Google Messages, कंपनी का मूल Android SMS, MMS और RCS मैसेजिंग ऐप है, जिसे अब भारत में दो नए जरूरी फीचर्स मिले हैं। पहला फीचर विभिन्न कैटेगरी में मैसेज को अपने आप छांटने का है और दूसरा फीचर यूज़र के वन-टाइम पासवर्ड (OTP) को ऑटो-डिलीट करने का है। सॉर्टिंग (छटाई) करने का फीचर मशीन लर्निंग तकनीक का उपयोग कर यूज़र के मैसेज को पर्सनल, लेन-देन, ओटीपी सहित अन्य कैटेगरी में ऑटोमेटिक रूप से छांट देगा, जिससे यूज़र को उन मैसेज को आसानी से खोजने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, दूसरे फीचर की बदौलत यूज़र चाहे तो 24 घंटे के बाद उसके ओटीपी अपने आप डिलीट भी हो जाएंगे।
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ब्लॉग पोस्ट में, Google ने भारत में Google Messages यूज़र्स के लिए इन दो नए फीचर्स के रोलआउट की घोषणा की। रोलआउट आने वाले हफ्तों में भारत में Android 8 और इसके बाद के वर्ज़न चलाने वाले Android फोन पर शुरू होगा। ओटीपी ऑटो डिलीटिंग फीचर और कैटेगरी फीचर दोनों वैकल्पिक हैं और सेटिंग्स में इसे चालू या बंद किया जा सकता है। बदलाव को देखने के लिए यूज़र्स को Google Messages को उसके
लेटेस्ट वर्ज़न पर अपडेट करना होगा। यदि कैटेगरी फीचर चालू है, तो गूगल मैसेज ऐप पर SMS मैसेज को उनके उपयोग के आधार पर विभिन्न वर्गों में छांट दिया जाएगा। उदाहरण के लिए, बैंक लेन-देन और बिल की लेन-देन वाले मैसेज के लिए एक अलग टैब बन जाएगा, जबकि सेव किए गए नंबरों पर हुई बातचीत वाले मैसेज को पर्सनल टैब में रखा जाएगा। Google का कहना है कि यूज़र्स के डिवाइस पर वर्गीकरण सुरक्षित रूप से होता है, इसलिए बातचीत ऐप में रहती है और इसे ऑफलाइन भी एक्सेस किया जा सकता है।
OTP फीचर के लिए, Google ओटीपी प्राप्त होने के 24 घंटे बाद उसे अपने आप हटाने का विकल्प भी दे रहा है। इससे यूज़र्स को रोज़ मिलने वाले कई OTP को खुद हटाने में समय खराब नहीं करना पड़ेगा। यह यूज़र्स को अपने मैसेज ऐप को साफ सुथरा रखने में मदद करेगा। पिछले साल, Google ने संदिग्ध स्पैम मैसेज को स्पैम फोल्डर में अपने आप ट्रांस्फर करने वाला फीचर भी रिलीज़ किया था।