गूगल ने अपने गूगल ओपिनियन रिवॉर्ड्स ऐप के जरिये लोगों से पूछना शुरू कर दया है कि
एंड्रॉयड एन का नाम क्या होना चाहिए। गूगल सीईओ सुंदर पिचाई ने दिसंबर में अपनी भारत यात्रा के दौरान एंड्रॉयड नाम किसी भारतीय मिठाई पर ना रखे जाने के सवाल पर हंसते हुए कहा था, कि वो अपनी मां से सुझाव लेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि कंपनी इस बार एंड्रॉयड नाम के लिए एक ऑनलाइन पोल करा सकती है। गूगल का यह अभियान उसके बाद उठाया कदम ही मालूम पड़ता है
एंड्रॉयड पुलिस की खबर के
मुताबिक,
गूगल ओपिनियन रिवार्ड्स ऐप लोगों को कुछ सवालों के जवाब देने के बदले प्ले स्टोर क्रेडिट जीतने का मौका दे रहा है। बता दें कि गूगल ओपिनियन ऐप गूगल कंज्यूमर सर्वे द्वारा बनाया गया एक ऐप्लिकेशन है जिस पर लोग फटाफट किये जाने वाले सर्वे के जवाब देकर गूगल प्ले क्रेडिट जीत सकते हैं। पहला सवाल गूगल लोगों से उनके दिमाग में 'एन' से शुरू होने वाले खाद्य पदार्थों के बारे में पूछता है और इस लिस्ट में दूसरा सवाल 'एन' से शुरू होने वाली 'टेस्टी ट्रीट' को लेकर है। इस लिस्ट में नाचोज, नूडल्स, नॉट, नोरी जैसे कुछ नाम पहले से शामिल हैं।
गौर करने वाली बात है कि ये सवाल सभी यूजर और देशों के लिए उपलब्ध नहीं है क्योंकि यह ऐप भारत में फिलहाल उपलब्ध नहीं है।
गूगल ने पिछले साल एक वीडियो जारी कर लोगों को भ्रमित कर दिया था जिसमें एंड्रॉयड एम के संभावित नाम शामिल होने का दावा किया गया था। गूगल द्वारा 22 मार्च को लॉन्च होने वाले एंड्रॉयड एन के मामले में हम ऐसे अभियान की उम्मीद कर सकते हैं।
एक दूसरी रिपोर्ट के हवाले से खबर है कि गूगल द्वारा अगले एंड्रॉयड वर्जन को न्यू यॉर्क चीजकेक या एनवाईसी नाम दिया गया है। एंड्रॉयड पुलिस ने इस कोडनेम को
देखा और लिखा है कि 'एनवाईसी' नाम एओएसपी स्टोरेज में कुछ समय में दिख सकता है। पिछली बार गूगल ने किटकैट के लिए स्टोरेज में 'केएलपी', लॉलीपॉप के लिए 'एलएमपी', मार्शमैलो के लिए 'एमएनसी' नाम दिये थे।
गूगल ने पिछले हफ्ते ही लेटेस्ट
एंड्रॉयड एन डेवेलेपर प्रिव्यू जारी किया है और एंड्रॉयड बीटा प्रोग्राम भी पेश किया।