गूगल ने भारत में अलो इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप में हिंदी असिस्टेंट रोल आउट कर दिया है। याद रहे कि गूगल ने सितंबर महीने में आयोजित मेक इन इंडिया इवेंट में साल के अंत तक अलो ऐप में हिंदी असिस्टेंट फ़ीचर देने का वादा किया था।
हिंदी असिस्टेंट के अलावा गूगल के अलो ऐप में स्मार्ट रिप्लाई फ़ीचर भी हिंदी भाषा में काम करेगा। ऐसा मशीन लर्निंग के ज़रिए संभव होगा। गूगल ने बताया कि नए फ़ीचर को रोल आउट कर दिया गया है। सोमवार से गूगल अलो के एंड्रॉयड और आईओएस यूज़र के लिए इस फ़ीचर को सार्वजनिक कर दिया गया है। इसे आने वाले दिनों में सभी डिवाइस में उपलब्ध करा दिया जाएगा। नए फ़ीचर के जरिए कंपनी गैर-अंग्रेजी भाषी यूज़र को ऑनलाइन लाने की कोशिश कर रही है।
गूगल ने यह भी बताया कि भारत में सबसे ज़्यादा अलो ऐप का इस्तेमाल होता है। नए फ़ीचर के आ जाने के बाद अलो में मौज़ूद गूगल असिस्टेंट हिंदी को समझेगा और उसी भाषा में प्रतिक्रिया भी देगा। असिस्टेंट से हिंदी में जवाब पाने के लिए यूज़र को 'टॉक टू मी इन हिंदी' कहना होगा। या फिर डिवाइस में जाकर लैंगवेज प्रेफरेंस भी बदलना संभव है। नए फ़ीचर की जानकारी देते हुए गूगल ने यह भी दावा किया कि ऐप टेक्स्ट के अलावा हिंदी में तस्वीरों को भी पहचानेगा। गूगल ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "अब स्मार्ट रिप्लाई आपकी चैट की भाषा को पहचानेगा और इसके बाद उसी ही भाषा में सुझाव देगा।"
अंग्रेजी में चैट करने पर गूगल अलो ऐसे तो स्मार्ट रिप्लाई अंग्रेजी में दिखाएगा। अगर यूज़र हिंदी में चैट करते हैं तो यह सुझाव हिंदी में ही देने लगेगा। बता दें कि आप सेटिंग्स में जाकर लैंग्वेज सेटिंग्स में बदल सकते हैं।