ऑड-ईवन दोबारा, ये ऐप बनाएंगे आपका सफर सुहाना

ऑड-ईवन दोबारा, ये ऐप बनाएंगे आपका सफर सुहाना
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दिल्ली में एक बार फिर 15 अप्रैल से ऑड-ईवन स्कीम लागू होने जा रही है। इस बीच कई अलग-अलग ऐप ने दिल्लीवासियों के सफ़र को सुगम और आसान बनाने का दावा किया है। इस साल जनवरी महीने में पहली बार दिल्ली में ऑड-ईवन लागू किया गया था। तब कई कारपूलिंग और कैब शेयरिंग वेबसाइट और ऐप की भरमार देखी को मिली थी। आज हम आपको कुछ ऐसे ऐप के बारे में बताएंगे जो शुक्रवार से लागू हो रहे ऑड-ईवन स्कीम के दौरान हमसफर बनकर आपके सफर को आसान बनाने का काम करेंगे।

ऑड ईवन राइड
यह मुफ्त एंड्रॉयड ऐप आपके आसपास रह रहे लोगों के साथ कारपूल करने में मदद करता है। आपको ऐप में सिर्फ अपना फोन और कार नंबर डालना होता है और इसके बाद आपको उसी रूट और वक्त के हिसाब से यात्रा कर रहे लोगों की पूरी लिस्ट मिल जाती है। आप एक बटन पर प्रेस कर, एसएमएस या कॉल कर उनसे संपर्क साध सकते हैं। आपकी जानकारी ऐप में सेव हो जाने के बाद आपको बार-बार जानकारी नहीं डालनी होती। ऑड ईवन ऐप आपको यात्रा के विकल्प देता रहेगा।
 

हेल्पचैट
इस बार ऑड-ईवन नियम के समय यह पर्सनल असिस्टेंट ऐप ना केवल आपका समय और पैसा बचाता है बल्कि आने-जाने के सबसे अच्छे विकल्प को भी मुहैया कराने में मददगार होगा। हेल्पचैट (आईओएस | एंड्रॉयड) से आप अपने क्षेत्र में उपलब्ध कोई कैब बुक कर सकते हैं जो आपके समय और पैसे के हिसाब से हो। हेल्पचैट पर कैब फ़ीचर को इस्तेमाल कर आप अपनी यात्रा प्लान कर सकते हैं और अच्छे से अच्छा विकल्प चुन प्राइस सर्ज से बच सकते हैं।

हेल्पचैट, भारत का सबसे बड़ा पर्सनल असिस्टेंट ऐप है जिसके एयर क्वालिटी चेक फ़ीचर की मदद से आप कम प्रदूषण वाले रास्ता चुन प्रदूषित हवा से होने वाली बीमारियों से बच सकते हैं।
 

उबरपूल/ओला शेयर/मेरू                                                                                      
उबर (आईओएस | एंड्रॉयड), ओला (आईओएस | एंड्रॉयड) और मेरू (आईओएस | एंड्रॉयड) में अब 'शेयर राइड' का विकल्प मौजूद है। स्क्रीन पर बटन टैप कर ऐप में आप जान सकते हैं कि आपके साथ कौन राइड शेयर करना चाहता है और इससे आपके रास्ते की तरफ जाने के लिए कैब लेने वाले राइडर का पता चल जाता है। यह पूरी तरह से वॉल्येंटरी है लेकिन अकेले राइड करने से ज्यादा सस्ता है। उबर / ओला / मेरू का यह फीचर आपको पैसे और पर्यावरण बचाने में मदद करता है।
 

360राइड
इसके साथ ही बंगलुरू की एक स्टार्ट-अप द्वारा शुरू 360राइड ऐप निजी वाहन मालिकों को राइड शेयर करने में मदद करता है। कंपनी ने इसी हफ्ते दिल्ली में ऑड-ईवन नियम के दौरान राइड शेयर करने के लिए लोगों का उत्साह बढ़ाने के इरादे से 'राइड एंड अर्न' कार्यक्रम की शुरुआत की। इस कार्यक्रम के तहत कार मालिक राइड शेयर कर 120 रुपये तक और दोपहिया वाहन के मालिक 600 रुपये तक कमा सकते हैं। 'राइड एंड अर्न' 15 अप्रैल से शुरू होगा और ऑड-ईवन लागू रहने तक चलेगा। कमाए गए पैसे को 360राइड अकाउंट यूजर के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाएगा।
 
 
ओराही
ऑड-ईवन डॉटकॉम के अधिग्रहण के बाद ओराही कॉरपोरेट कारपूलिंग ऐप अब कॉरपोरेट वर्कर को पहले से ज्यादा कारपूल विकल्प उपलब्ध कराता है। इसके अलावा यह ट्रैफिक और प्रदूषण को कम करने भी मदद कर रहा है। ओराही के 'हर दूसरी राइड मुफ्त' जैसे ऑफर के साथ-साथ 'कार मालिकों के लिए प्रतिदिन एक लीटर पेट्रोल मुफ्त' जैसे ऑफर निश्चित तौर पर इसके यूजर संख्या में इज़ाफा करेंगे।
 

इसके अलावा कई दूसरे कार पूल ऐप भी हैं जो ऑड-ईवन के दौरान आपको राहत दे सकते हैं। अगर आप किसी के साथ कारपूल एक निश्चित समय के लिए फिक्स नहीं करना चाहते या आपके जाने की जगह और समय हमेशा अलग-अलग होती है तो आप ब्लाब्लाकार (आईओएस | एंड्रॉयड) और राइड ( आईओएस | एंड्रॉयड) जैसे विकल्प चुन सकते हैं। इन ऐप पर रजिस्टर कर आप कहीं जाने और आने के लिए किसी के साथ कार पूल कर सकते हैं। और अगर आप खुद कार ड्राइव कर रहे हैं तो आप यह जानकारी ऐप में देकर किसी और के साथ अपनी राइड भी शेयर कर सकते हैं।
 

शटल
वहीं कई ऐप दिल्ली-एनसीआर के बीच भी मिनी बस सर्विस उपलब्ध करा रहे हैं। शटल ऐप (आईओएस | एंड्रॉयड) भी ऐसा ही एक ऐप है जिसे डाउनलोड कर आप अपना फोन नंबर और अपने घर व ऑफिस की लोकेशन बताकर गाड़ी की जानकारी पा सकते हैं। अगर आपके रूट पर शटल सर्विस मौजूद नहीं है तो आप अपने रूट के बारे में सुझाव दे सकते हैं। यूजर की सुविधा के लिए इस ऐप में शटल वॉलेट, रेफर एंड अर्न, ट्रांसफर, ई-मेल, कॉल अस जैसे फीचर दिए हैं।
 

हाल ही में पूछोकारपूल ऐप भी लॉन्च हुआ है जो ऑड-ईवन में उन दिल्लीवासियों को राहत दे सकता है जिन्हें आने-जाने में परेशानी होती है। इसके अलावा रेव, जुगनू और ऑटोऑनकैब्स ऐप भी ऑड-ईवन के दौरान दिल्ली की जनता को आसान यात्रा करवाने के लिए पूरी कमर कस चुके हैं। रेव ऐप के जरिये आप एक कार को किराए पर बुक कर खुद ड्राइव कर सकते हैं।

जुगनू ऐप ( आईओएस  | एंड्रॉयड )से आप ऑटोरिक्शा की प्री-बुकिंग कर सकते हैं। ये ऑटो-रिक्शा सामान्य मीटर चार्ज से ही चलते हैं।
 

ऑटोऑनकैब्स एक मोबाइल ऐप है जो लोगों को आने-जाने के लिए ऑन-डिमांड, अल्ट्रा-बजट कनेक्टिविटी उपलब्ध कराता है। इस ऐप की सबसे खास बात है आसानी से मिलने वाला बजट ऑटोरिक्शा राइड जो डोरस्टोप भी उपलबप्ध होते हैं।

अगर आपको कैब लेना नहीं पसंद और कारपूलिंग में भी असुविधा होती है तो आप किराए पर कार देने वाले ऐप ज़ूमकार (आईओएस | एंड्रॉयड) का इस्तेमाल कर सकते हैं। जी हां, आपको ऑड-ईवन के हिसाब से सही नंबर प्लेट वाली कार मिल जाएगी। इस ऐप को इस्तेमाल करना बेहद आसान है। बस एक फोन कॉल और कार आपके घर पहुंच जाएगी। और कार वापस करने के लिए भी ऐसा ही करना होगा।
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