वैज्ञानिकों ने एक नई खोज पेश की है। खोज कहती है कि समुद्र की गहराईयों में जहां कभी सूरज की रोशनी नहीं पहुंचती है, वहां ऑक्सीजन पैदा की जा रही है। वैज्ञानिकों ने इसे डार्क ऑक्सीजन (Dark Oxygen) का नाम दिया है। वैज्ञानिकों के अनुसार, गहरे समुद्र में आलू के आकार के बहुधात्विक पिंड समुद्री पानी को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में तोड़ने के लिए पर्याप्त इलेक्ट्रिक करंट पैदा कर सकते हैं।
एक अमेरिकी प्राइवेट कंपनी ने चांद पर अपना स्पेसक्राफ्ट सफलतापूर्वक उतार दिया है। यह अपने आप में एक बड़ा कारनामा है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह केवल दूसरी बार हुआ है जब किसी प्राइवेट स्पेस मिशन के तहत चांद पर स्पेसक्राफ्ट को लैंड किया गया है। Firefly Aerospace ने यह सफलता हासिल की है। कंपनी ने ब्लू घोस्ट मिशन 1 के तहत इस अंतरिक्ष यान को चांद की सतह पर उतारा है।
अब ऑनलाइन जालसाजों ने जीरो-क्लिक (zero-click) मालवेयर का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। इसे इंस्टॉल करने के लिए किसी लिंक पर क्लिक करवाने की भी जरूरत नहीं होती है। Whatsapp ने अपने यूजर्स को चेताया है कि जीरो क्लिक अटैक से सावधान रहें। इजराइली कंपनी पैरागॉन सॉल्यूशंस की ओर से बनाए गए स्पाइवेयर द्वारा जीरो अटैक के माध्यम से कई देशों के यूजर्स को निशाना बनाने की खबर है।
जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने ब्लैक होल के बारे में पता लगाया। इसकी मदद से वैज्ञानिक जान पाए कि ये इतने विशाल आकार में फैले हैं। लेकिन इतनी जल्दी कैसे? इसके पीछे ब्रह्मांड का एक और तत्व काम कर रहा है जिसे डार्क मैटर (Dark Matter) कहते हैं। स्टडी बताती है कि सुपरमैसिव ब्लैक होल ब्रह्मांड की शुरुआत में ही इतनी तेजी से और इतने बड़े कैसे बन गए।
भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी Jio ने गणतंत्र दिवस के मौके पर ग्राहकों को एक बड़ा तोहफा दिया है। जियो ने अपनी जियोसाउंडपे (Jio SoundPay) सर्विस लॉन्च की है। जियोसाउंडपे के जरिए यूजर्स अब UPI पेमेंट्स का अलर्ट अपने फोन पर ही पा सकेंगे। Jio SoundPay सर्विस JioBharat फोन पर फ्री रहेगी। यूजर बिना किसी साउंड बॉक्स की जरूरत के पेमेंट अलर्ट रिसीव कर सकेंगे।
ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने खुलासा किया है कि पृथ्वी का चुंबकीय उत्तरी ध्रुव (magnetic north pole) तेजी के साथ रूस की तरफ खिसक रहा है। पांच साल पहले यह जहां था, वहां से अब साइबेरिया के करीब पहुंच गया है। सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार, विशेषज्ञ कई सदियों से पृथ्वी के चुंबकीय उत्तरी ध्रुव को ट्रैक कर रहे हैं। इसे वर्ल्ड मैग्नेटिक मॉडल का इस्तेमाल करके ट्रैक किया जाता है।
जियो प्लेटफॉर्मेंस ने अपना रिवॉर्ड कॉइन JioCoin के नाम से लॉन्च किया है। कंपनी ने इसे पॉलिगन ब्लॉकचेन नेटवर्क के साथ भागीदारी के तहत लॉन्च किया है। जियो ने इसे अपने वेब ब्राउजर JioSphere के साथ जोड़कर लॉन्च किया है। जो यूजर JioSphere वेब ब्राउजर का इस्तेमाल करेंगे उन्हें JioCoin के रूप में रिवॉर्ड पॉइंट कमाने का मौका मिलेगा। जिन्हें बाद में जियो के अन्य प्लेटफॉर्म्स पर इस्तेमाल भी किया जा सकेगा।
Reliance Jio ने भारत में अपना नया 5.5G नेटवर्क पेश कर दिया है। कंपनी का कहना है कि यह टेक्नोलॉजी यूजर्स का मोबाइल इंटरनेट एक्सपीरियंस काफी हद तक बढ़ा देगी। टेक्नोलॉजी को वनप्लस के साथ भागीदारी में डेवलप किया है। OnePlus 13 और OnePlus 13R दो ऐसे फोन हैं जो 5.5G को इस्तेमाल करने के लिहाज से डिजाइन किए गए हैं। 5G से 5.5G पर शिफ्ट ऑटोमेटिक ही होना शुरू हो जाएगा।
भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो (ISRO) का Spadex मिशन कामयाब हो गया। कई दिनों से देशवासी जिसका इंतजार कर रहे थे, वह गुड न्यूज गुरुवार सुबह आई। इसरो ने बताया कि उसने अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक दो स्पेसक्राफ्टों को आपस में जोड़ दिया है, जिसे स्पेस डॉकिंग कहा जाता है। ऐसा करने वाला भारत अब दुनिया का चौथा देश बन गया है। यह कामयाबी अबतक सिर्फ अमेरिका, रूस और चीन के नाम थी।
भारत के अंतरिक्ष संगठन ‘इसरो’ (ISRO) ने सोमवार की रात इतिहास रचा। इसरो का SpaDeX मिशन आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया। इस काम में पीएसएलवी रॉकेट की मदद ली गई, जिसने दो छोटे सैटेलाइट्स को अंतरिक्ष में पहुंचाया। मिशन की खास बात यह है कि दोनों सैटेलाइट्स धरती से करीब 470 किलोमीटर की ऊंचाई पर डॉकिंग और अनडॉकिंग करेंगे।
साल 2024 का समापन बेहद दिलचस्प खगोलीय घटना के साथ होने वाला है। इसका नाम ब्लैक मून है। खगोल विज्ञान में ब्लैक मून जैसे शब्द को मान्यता नहीं मिली है, लेकिन हाल के कुछ वर्षों में इसने पॉपुलैरिटी बटोरी है शौकिया खगोलविदों और आसमान में होने वाली घटनाओं को ट्रैक करने वाले लोगों के बीच। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, ब्लैक मून शब्द का इस्तेमाल तब किया जाता है जब एक कैलेंडर महीने में दूसरा नया चांद दिखे।
भारत को गहरे समुद्र में बड़ी कामयाबी मिली है। देश के महत्वाकांक्षी समुद्री मिशन- डीप ओशन मिशन (Deep Ocean Mission) के तहत शोधकर्ताओं ने 4.5 हजार मीटर नीचे गहरे पानी में एक हाईड्रोथर्मल वेंट (vent) यानी सतह में मौजूद 'सुराक' की खोज की है। यह हिंद महासागर की सतह के नीचे मौजूद पाया गया है। यह अभूतपूर्व खोज देश के डीप ओशन मिशन में मील का पत्थर कही जा रही है।
क्रिसमस से एक दिन पहले पृथ्वी का सामना एयरोप्लेन जितने बड़े एस्टरॉयड के साथ हुआ है। रिपोर्टों के अनुसार, 2024 XN1 नाम का एस्टरॉयड मंगलवार सुबह धरती के करीब से 14,743mph की रफ्तार से गुजरा। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) पहले ही बता चुकी थी कि क्रिसमस से एक दिन पहले यह पृथ्वी के करीब आएगा और इसके धरती से टकराने का चांस नहीं है।
Google ने अल्ट्रा फास्ट क्वांटम चिप Willow से पर्दा उठाते हुए सुपर कम्प्यूटिंग की दुनिया में खलबली मचा दी है। सीईओ सुंदर पिचई के अनुसार, यह बड़ी से बड़ी प्रॉब्लम को 5 मिनट में हल कर सकती है। Willow चिप के प्रैक्टिकल इस्तेमाल में अभी कई साल का वक्त लग सकता है। यह कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों जैसे दवाईयों की खोज, न्युक्लियर फ्यूजन एनर्जी, कार की बैटरी आदि डिजाइन करने में इस्तेमाल होगी।
अंतरिक्ष में मौजूद सबसे बड़े टेलीस्कोप (JWST) के डेटा को टटोलने के बाद वैज्ञानिकों को 138 छोटे एस्टरॉयड मिले हैं। इनमें एक तो अबतक खोजा गया सबसे छोटा एस्टरॉयड है और मंगल व बृहस्पति के बीच मेन एस्टरॉयड बेल्ट में मौजूद है। छोटे होने की वजह से ये एस्टरॉयड, बड़े एस्टरॉयड के मुकाबले पृथ्वी के वायुमंडल में आ सकते हैं।