Telecom Fraud

Telecom Fraud - ख़बरें

  • iPhone में संचार साथी ऐप को प्री-इंस्टॉल नहीं करेगी Apple!
    एपल की इस आदेश को मानने की योजना नहीं है। दुनिया में कहीं भी कंपनी इस तरह के आदेश का पालन नहीं करती क्योंकि इससे एपल के iOS इकोसिस्टम के लिए प्राइवेसी और सिक्योरिटी से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। एपल के लिए भारत एक बड़ा मार्केट है। देश में इस वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी की iPhones की सेल्स 25 प्रतिशत से अधिक बढ़ी है। तीसरी तिमाही में कंपनी ने लगभग 50 लाख आईफोन्स की शिपमेंट की है।
  • आपके नाम पर जारी SIM के गलत इस्तेमाल के लिए आप होंगे जिम्मेदार!
    जाली दस्तावेजों, फ्रॉड के जरिए SIM कार्ड खरीदने वाले भी मुश्किल में फंस सकते हैं। अगर किसी व्यक्ति के नाम पर जारी SIM कार्ड को गैर कानूनी गतिविधियों में शामिल किसी अपराधी को दिया जाता है जो जिसके नाम पर वह SIM कार्ड जारी किया गया है, वह व्यक्ति भी दोषी माना जा सकता है। DoT ने मोबाइल सब्सक्राइबर्स को कॉलिंग लाइन आइडेंटिटी में बदलाव करने वाले मोबाइल एप्लिकेशंस का इस्तेमाल नहीं करने की भी सलाह दी है।
  • सरकार का AI सिस्टम कर रहा है काम, अब तक 2 करोड़ फर्जी मोबाइल कनेक्शन हो चुके हैं ब्लॉक!
    भारत में बढ़ते साइबर फ्रॉड और फर्जी कॉल्स को रोकने के लिए डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्यूनिकेशंस (DoT) ने अब तक 2 करोड़ से ज्यादा मोबाइल कनेक्शन बंद कर दिए हैं। विभाग के सचिव डॉ. नीरज मित्तल के मुताबिक, नई पहल जैसे संचार साथी पोर्टल और डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म ने कॉल स्पूफिंग जैसी समस्याओं पर काफी हद तक लगाम लगाई है, जिसकी वजह से ऐसे कॉल्स में 97% की कमी आई है। AI-आधारित सिस्टम की मदद से लाखों फर्जी कनेक्शन और हजारों प्वॉइंट ऑफ सेल भी खत्म किए जा चुके हैं।
  • फ्रॉड के लिए eSIM का इस्तेमाल कर रहे स्कैमर्स, I4C ने दी चेतावनी
    I4C ने बताया है कि इसमें स्कैमर्स पहले अपने शिकार को कॉल करते हैं और फिर उनके फोन पर eSIM के एक्टिवेशन का लिंक भेजा जाता है। इस लिंक को क्लिक करने पर पीड़ित के फिजिकल SIM को eSIM में बदलने की रिक्वेस्ट को ऑटोमैटिक तरीके से स्वीकार कर लिया जाता है। इसके बाद पीड़ित का फिजिकल SIM बंद हो जाता है और उसे अपने फोन पर मैसेज नहीं मिलते।
  • 5G और 6G टेक्नोलॉजी में रिसर्च के लिए सरकार ने खर्च किए 304 करोड़ रुपये  
    TTDF स्कीम के तहत 5G और 6G टेक्नोलॉजी में R&D और इनोवेशन के लिए 304 करोड़ रुपये के फंड का अप्रूवल दिया गया है। इस स्कीम के तहत मंजूर किए गए R&D से जुड़े प्रोजेक्ट्स की अवधि एक से पांच वर्षों की है। ये प्रोजेक्ट्स डिवेलपमेंट के शुरुआती चरण में हैं। TTDF स्कीम में सरकारी और प्राइवेट संस्थानों के साथ ही MSME और स्टार्टअप्स से जुड़े विभिन्न प्रोजेक्ट्स को वित्तीय सहायता दी जा रही है।
  • क्या आपका नंबर अगला हो सकता है? AI की मदद से सरकार ब्लॉक कर रही है SIM, 4 लाख हुए बंद
    अगर आप भी किसी अनजान नंबर से आए इन्वेस्टमेंट या नौकरी के ऑफर पर भरोसा कर लेते हैं, तो यह खबर आपके लिए जरूरी है। एक हालिया रिपोर्ट में बताया गया है कि टेलिकॉम विभाग (DoT) ने एक खास AI-बेस्ड सिस्टम से अब तक 3 से 4 लाख तक SIM कार्ड्स को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। ये सभी नंबर कथित रूप से धोखाधड़ी और स्कैम से जुड़े थे। इसके लिए DoT ने एक खास फाइनेंशियल फ्रॉड रिस्क इंडिकेटर (FRI) सिस्टम तैयार किया है, जिसे कुछ ही महीने पहले लॉन्च किया गया था।
  • 100 मिलीसेकंड में स्कैम पकड़ ले, ऐसा नेटवर्क देखा है?
    भारत में आज हर हाथ में इंटरनेट है। WhatsApp से लेकर Instagram तक, लोग जागते ही फोन चेक करते हैं और सोने से पहले तक स्क्रॉल करते हैं। हम खाना ऑर्डर करते हैं, बिल भरते हैं, ऑफर चेक करते हैं... और हर उस स्क्रीन टैप के साथ अनजाने में एक रिस्क भी उठा रहे होते हैं। क्योंकि खतरा अब कॉल से नहीं आता, ये लिंक बनकर आता है। और यही वो गेम है, जिसमें Airtel अब आपकी तरफ से खेलने उतरा है।
  • Bharti Airtel ने 1.80 लाख जाली लिंक्स को किया ब्लॉक, लाखों यूजर्स को किया सुरक्षित
    भारती एयरटेल के सभी मोबाइल और ब्रॉडबैंड कस्टमर्स के लिए ऑटोमैटिक तरीके से एडवांस्ड सिस्टम स्कैन्स और फिल्टर्स को SMS, WhatsApp, Telegram, Instagram, ईमेल और अन्य ब्राउजर्स पर एनेबल किया गया है। इससे प्रति दिन एक अरब से अधिक URLs की पड़ताल के लिए रियल-टाइम थ्रेट इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया जाता है। इससे नुकसानदायक साइट्स का एक्सेस 100 मिलिसेकेंड्स से कम में ब्लॉक किया जाता है।
  • Airtel टेलीकॉम फ्रॉड को मिलकर रोकेगी Jio और Vi के साथ, जानें क्या है पूरा प्लान?
    देश में बढ़ते साइबर फ्रॉड और टेलिकॉम स्कैम्स को देखते हुए Airtel ने एक बार फिर Reliance Jio और Vodafone Idea (Vi) को साथ आने का प्रस्ताव भेजा है। कंपनी चाहती है कि सभी टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स मिलकर एक जॉइंट फ्रॉड प्रोटेक्शन इनिशिएटिव शुरू करें, जिससे रीयल-टाइम इंटेलिजेंस शेयरिंग और क्रॉस-नेटवर्क कोऑर्डिनेशन के जरिए ऐसे मामलों को तुरंत डिटेक्ट और ब्लॉक किया जा सके। Airtel ने इस बारे में दूरसंचार मंत्रालय और TRAI को भी जानकारी दी है। 
  • I4C की मदद से धोखाधड़ी वाली इंटरनेशनल कॉल्स में हुई 97 प्रतिशत की कमी
    इंडियन सायबरक्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) की ओर से इंस्टॉल किए गए सिस्टम से धोखाथड़ी वाली कॉल्स में से लगभग 97 प्रतिशत की कमी हुई है। मिनिस्टर ऑफ स्टेट फॉर कम्युनिकेशंस, Pemmasni Chandra Sekhar ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में बताया कि धोखाथड़ी वाली इंटरनेशनल कॉल्स की पहचान और उन्हें ब्लॉक करने का सिस्टम पिछले वर्ष शुरू किया गया था और इसके अच्छे नतीजे मिले हैं।
  • डिजिटल फ्रॉड और स्कैम से निपटने के लिए WhatsApp का टेलीकॉम डिपार्टमेंट से टाई-अप
    इस मैसेजिंग ऐप के यूजर्स को ऑनलाइन स्कैम और स्पैम की पहचान करने में मदद के लिए कंटेंट उपलब्ध कराया जाएगा। यह कंटेंट आठ क्षेत्रीय भाषाओं में होगा। पिछले वर्ष वॉट्सऐप ने मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के साथ मिलकर 'स्कैम से बचो' कैम्पेन शुरू किया था। वॉट्सऐप का कंट्रोल अमेरिकी सोशल मीडिया कंपनी Meta के पास है।
  • टेलीकॉम फ्रॉड से बचाने के लिए लॉन्च हुआ Sanchar Saathi ऐप
    इस ऐप के चक्षु फीचर के जरिए संदिग्ध या फ्रॉड कॉल्स और SMS की रिपोर्ट सीधे मोबाइल लॉग से दी जा सकेगी। इस ऐप पर यह भी पता लगाया जा सकेगा कि यूजर के नाम पर कितने मोबाइल कनेक्शंस जारी किए गए हैं। इसके जरिए गुम या चोरी हुए मोबाइल को ब्लॉक, ट्रेस और रिकवर किया जा सकेगा। संचार साथी ऐप Android और iOS दोनों प्लेटफॉर्म्स के लिए उपलब्ध है।
  • फ्रॉड और सायबरक्राइम से निपटने के लिए सरकार ने काटे 85 लाख से ज्यादा मोबाइल कनेक्शंस
    टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने 85 लाख से अधिक मोबाइल कनेक्शंस काट दिए हैं। इनमें 78 लाख से अधिक ऐसे मोबाइल कनेक्शंस थे जो जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल कर लिए गए थे। इसके अलावा छह लाख से अधिक मोबाइल कनेक्शंस सायबरक्राइम से जुड़े थे। हाल ही में DoT ने टेलीकॉम सेक्टर में सिक्योरिटी को बढ़ाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर बेस्ड एक टूल को लागू किया था।
  • स्पैम कॉल्स पर सख्त हुआ TRAI, टेलीकॉम कंपनियों को दिया इस पर रोक का निर्देश
    TRAI के निर्देश में बताया गया है कि अगर किसी अनरजिस्टर्ड टेलीमार्केटर को स्पैम कॉल्स से जुड़ा पाया जाता है तो उसे फोन कनेक्शन गंवाने पड़ सकते हैं
  • मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी के लिए 1 जुलाई से बदल जाएंगे रूल
    नए रूल्स के तहत अगर किसी SIM कार्ड को स्वाप किया या बदला गया है, तो उससे जुड़े मोबाइल नंबर को सात दिनों तक एक अलग टेलीकॉम कंपनी को पोर्ट नहीं किया जा सकेगा

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