अब तक आपने AADHAAR, PAN और ड्राइविंग लाइसेंस जैसे डॉक्युमेंट्स के जरिए लोगों की पहचान होते देखी होगी। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि घरों की कोई यूनिक डिजिटल पहचान क्यों नहीं होती? अब सरकार इस तरफ ही एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। आने वाले वक्त में आपके घर का भी एक यूनिक डिजिटल आईडी हो सकता है, ठीक वैसे ही जैसे आपका आधार नंबर होता है।
AI की मदद से फर्जी आधार कार्ड भी बनाया जा सकता है। डिजिटल जमाने में तेजी से विकसित होती तकनीकी में सबसे बड़ी चिंता AI से ही पैदा हो रही है। AI टूल्स जैसे ChatGPT आदि आमतौर पर जानकारी देने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। लेकिन अब इनका इस्तेमाल फर्जीवाड़े के लिए होने लगा है। ठग अब नकली आधार कार्ड और PAN कार्ड बना सकते हैं और धोखाधड़ी कर सकते हैं।
अगर आपको किसी जगह इनकम प्रूफ के तौर पर ITR एक्नॉलेजमेंट फॉर्म की जरूरत है और आपको नहीं पता कि यह कैसे मिलेगा तो यह हम आपको ITR एक्नॉलेजमेंट फॉर्म डाउनलोड करना का पूरा तरीका बता रहे हैं। इसके लिए सबसे पहले तो आपके पास आधार या पैन कार्ड होना अनिवार्य है। यह डाउनलोड करने के लिए आपको इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर जाना है। वहां जाकर सबसे पहले आपको लॉनिग करना है और सभी स्टेप्स को फॉलो करना है।
भारत सरकार के आदेशानुसार, देश में जो लोग भी इनकम टैक्स रिटर्न (Income Tax Return) फाइल करते हैं उनके लिए 31 मार्च 2022 तक पैन और आधार को लिंक करना जरूरी है।
PAN Card Aadhaar Card Link Deadline। PAN card को Aadhaar card से लिंक करने की अंतिम तारीख एक बार फिर टाल दी गई है। पहले सरकार ने पैन कार्ड और आधार कार्ड को लिंक करने की अंतिम तारीख 31 मार्च 2019 तक रखी थी।
Pan Card भारत में एक जरूरी दस्तावेज है। नए पैन कार्ड के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो आज हम आपको कुछ स्टेप्स बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से आप आसानी से ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं।
जानिए कैसे करें आधार कार्ड को पैन कार्ड से लिंक। 1 जुलाई से पैन कार्ड के साथ आधार नंबर लिंक करना अनिवार्य हो गया है। पैन कार्ड नंबर (Pan card number) को आधार कार्ड (Aadhaar card) से लिंक के लिए आपको सबसे ई-फाइलिंग की वेबसाइट पर जाना होगा।
आधार नंबर को पैन कार्ड से लिंक करना सभी नागरिकों के लिए अब अनिवार्य है। और इसकी आखिरी तारीख़ 31 अगस्त है। अगर आपने अभी तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं की है, तो ऐसा करने के दो तरीके हैं, ऑनलाइन और एसएमएस के जरिए।
लोगों को अपने स्थाई खाता संख्या (पैन) को आधार संख्या से जोड़ने में कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसकी प्रमुख वजह नाम की वर्तनी अलग-अलग होना है।