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Google Apps - ख़बरें

  • Amazon ने लॉन्च किया AI से लैस वॉयस असिस्टेंट Alexa+, Google Assistant और Siri को मिलेगी टक्कर!
    Amazon ने आखिरकार अपनी वॉइस असिस्टेंट Alexa का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) वर्जन पेश कर दिया है। इसे Alexa+ नाम दिया गया है, जो अब ज्यादा समझदार, ज्यादा कंटेक्स्ट-अवेयर और पर्सनलाइज़्ड हो गया है। यह स्मार्ट होम डिवाइसेज को बेहतर कंट्रोल कर सकता है, ऑनलाइन अपॉइंटमेंट बुक कर सकता है और एजेंटिक कैपेबिलिटी के साथ इंटरनेट पर यूजर की ओर से काम भी कर सकता है। Alexa+ को स्टैंडअलोन सर्विस के तौर पर और Amazon Prime सब्सक्रिप्शन के साथ पेश किया गया है।
  • TikTok की अमेरिका में वापसी से चाइनीज ऐप्स को झटका! तेजी से घटे नए डाउनलोड
    TikTok पर अमेरिका में बैन हटने के बाद इसे App Store और Google Play Store पर वापस उपलब्ध करवा दिया गया। जिसके बाद अन्य ऐप्स पर शिफ्ट होने वाले यूजर्स एक बार फिर से टिकटॉक की ओर दौड़ने लगे। ऐसे में Xiaohongshu ऐप के नए डाउनलोड्स तेजी से कम होने लगे। टिकटॉक बैन होने के बाद यह ऐप ऐपल ऐप स्टोर चार्ट में टॉप पर पहुंच गई थी।
  • Google Pay पर क्रेडिट, डेबिट कार्ड से बिल की पेमेंट हुई महंगी, चुकानी होगी फीस!
    UPI पेमेंट्स की सुविधा उपलब्ध कराने वाले Google Pay पर क्रेडिट और डेबिट कार्ड के जरिए बिल का भुगतान करने पर कन्विनिएंस फीस चुकानी होगी। इससे पहले Google Pay पर मोबाइल रिचार्ज के लिए तीन रुपये की सर्विस देनी होती थी। इस प्लेटफॉर्म पर इलेक्ट्रिसिटी, वॉटर और गैस जैसे बिलों के भुगतान के लिए गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) के अलावा कन्विनिएंस फीस देनी होगी।
  • Apple का बड़ा एक्शन, ऐप स्टोर पर बैन किए 1,35,000 से ज्यादा ऐप्स
    पिछले कुछ दिनों में कंपनी ने ऐप स्टोर पर 1,35,000 से ज्यादा ऐप्स को बैन किया है। इन ऐप्स के डिवेलपर्स ट्रेडर इनफॉर्मेशन देने में नाकाम रहे थे। पिछले कुछ वर्षों में ऐप्स की लोकप्रियता बढ़ने के साथ ही इनके जरिए फ्रॉड के मामलों में तेजी आई है। एपल ने अपनी वेबसाइट पर बताया है कि यूरोपियन यूनियन (EU) में बिना ट्रेडर से जुड़ी जानकारी वाले ऐप्स को ऐप स्टोर से हटाया गया है।
  • Google Pay से बिल भरना अब होगा महंगा, जानें किस तरह बचा सकते हैं पैसे
    Google Pay की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, यह नई फीस ट्रांजैक्शन वैल्यू के हिसाब से 0.5% से 1% तक हो सकती है। The Economic Times के मुताबिक, जनवरी 2025 में Google Pay ने 8.26 ट्रिलियन रुपये के UPI ट्रांजैक्शन प्रोसेस किए थे, जिससे यह PhonePe के बाद दूसरा सबसे बड़ा डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म बना हुआ है। इससे पहले, Google Pay ने मोबाइल रिचार्ज पर 3 रुपये का कंवीनियंस चार्ज लगाया था।
  • भारत में 119 मोबाइल ऐप्स बैन, इनमें से कई ऐप्स चाइनीज; Google Play Store से अभी तक सिर्फ 15 हटाए गए
    एक रिपोर्ट के अनुसार, इस बार के ब्लॉकिंग ऑर्डर IT अधिनियम की धारा 69A के तहत जारी किए गए हैं, जो सरकार को राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के मद्देनजर ऑनलाइन कंटेंट को बैन करने की पावर देता है। रिपोर्ट बताती है कि इस बैन लिस्ट में कुछ ऐप्स ऐसे भी हैं जो सिंगापुर, अमेरिका, यूके और ऑस्ट्रेलिया से जुड़े हैं। हालांकि, अभी तक केवल 15 ऐप्स को Google Play Store से हटाया गया है, जबकि बाकी ऐप्स अब भी डाउनलोड के लिए उपलब्ध हैं।
  • YouTube Shorts को मिली AI की पावर, टेक्स्ट लिखकर वीडियो क्लिप और बैकग्राउंड बना सकते हैं; जानें कैसे?
    YouTube ने पिछले साल 'Made on YouTube' इवेंट में Dream Screen फीचर को पेश किया था, जिससे यूजर्स AI-जनरेटेड बैकग्राउंड बना सकते थे। अब Veo 2 की मदद से यह फीचर और एडवांस हो गया है। कंपनी ने जानकारी दी है कि नए अपडेट के तहत यूजर्स सिर्फ बैकग्राउंड ही नहीं, बल्कि पूरे AI-जनरेटेड वीडियो क्लिप बना सकते हैं। यह उन क्रिएटर्स के लिए फायदेमंद होगा जो यूनिक कंटेंट क्रिएट करना चाहते हैं लेकिन उनके पास सही फुटेज नहीं होता।
  • SwaRail: टिकट बुकिंग से लेकर ट्रेन स्टेटस तक, भारतीय रेलवे के इस सिंगल ऐप में मिलेगी सभी सर्विस
    SwaRail ऐप को बीटा टेस्टिंग पर उतार दिया गया है। टेस्टिंग के लिए ऐप Google Play Store और Apple App Store पर उपलब्ध है। हालांकि, यदि आप अभी इसके लिए अप्लाई करते हैं, तो आपको वेटिंग लिस्ट में डाला जाएगा। ऐप को सेंटर फॉर रेलवे इंफॉर्मेशन सिस्टम्स (CRIS) द्वारा डेवलप किया गया है। यह वन-स्टॉप सॉल्यूशन के रूप में काम करता है, जहां यूजर्स भारतीय रेलवे द्वारा विभिन्न प्लेटफॉर्म पर दी जाने वाली सर्विस को एक ही प्लेटफॉर्म पर इस्तेमाल कर सकेंगे।
  • Google ने बैन किए 23 लाख से अधिक खतरनाक ऐप्स
    गूगल ने बताया है कि पिछले वर्ष 1,58,000 से अधिक डिवेलपर्स को भी बैन किया है। इन डिवेलपर्स के एकाउंट्स से खतरनाक ऐप्स को पब्लिश किया जा रहा था। कंपनी ने खतरे की पहचान के लिए आर्टफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल शुरू किया है। AI से ह्युमन रिव्युअर्स को उल्लंघन के मामलों में से 92 प्रतिशत में मैलवेयर और स्पाइवेयर को पकड़ने में मदद की है।
  • चीनी AI मॉडल DeepSeek पर गिरी गाज, इस देश ने हटाया ऐप
    DeepSeek का ऐप इटली में ऐप स्टोर से हटा दिया गया है। ऐप को अचानक हटाने का निर्णय इटली के डेटा प्रोटेक्शन ऑथेरिटी की जांच के बाद लिया गया है, जिसमें जांच की गई है कि DeepSeek यूजर्स डेटा को कैसे एकत्रित और प्रोसेस करता है। इटली की प्राइवेसी मॉनिटर करने वाली संस्था ने DeepSeek और उसकी संबंधित कंपनियों को अपने डेटा प्रोसेस के बारे में अहम खुलासा करने के लिए 20 दिन का समय दिया है।
  • DeepSeek: ChatGPT को पछाड़ने वाला चाइनीज AI चैटबॉट फ्री में है उपलब्ध, फोन और लैपटॉप पर ऐसे करें यूज!
    DeepSeek काफी हद तक ChatGPT के समान काम करता है। इसे स्मार्टफोन, टैबलेट या लैपटॉप पर वेब या ऐप दोनों के जरिए यूज किया जा सकता है। इसका ऐप Google Play Store और Apple App Store पर उपलब्ध है। वहीं, वेब पर इसे chat.depseek.com URL पर यूज किया जा सकता है। दोनों ही जगह आपको सबसे पहले Google या एक ईमेल आईडी और पासवर्ड के जरिए साइन अप करना होगा। यह वन-टाइम होता है, जिसके बाद आपको जरूरत पड़ने पर केवल लॉग-इन करना होगा।
  • ट्रंप ने ChatGPT को टक्कर देने वाले चीन के DeepSeek को लेकर दी चेतावनी
    इस महीने की शुरुआत में अमेरिका के प्रेसिडेंट के तौर पर कार्यभार संभालने वाले ट्रंप ने कहा कि AI को डिवेलप कर रही अमेरिकी कंपनियों को आगे निकलने के लिए कॉम्पिटिशन पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है। DeepSeek ने बताया है कि उसके आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल्स ChatGPT और Google के Gemini के समान हैं लेकिन इसकी कॉस्ट बहुत कम है।
  • Ola ने किया आईफोन, Android स्मार्टफोन्स के लिए अलग प्राइस लेने से इनकार
    इससे पहले Uber ने भी एपल और एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स के लिए अलग प्राइसिंग के आरोप को गलत बताया था। पिछले सप्ताह इन दोनों कैब कंपनियों को सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (CCPA) ने स्मार्टफोन्स के आधार पर अलग प्राइस वसूसने के आरोप को लेकर नोटिस भेजे थे। Ola Consumer के प्रवक्ता ने बताया कि कंपनी के पास सभी कस्टमर्स के लिए एक समान प्राइसिंग स्ट्रक्चर है।
  • Uber ने भारत में Apple और एंड्रॉयड फोन्स के लिए अलग प्राइसिंग से किया इनकार
    सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने Ola और उबर के एपल और एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स के आधार पर अलग प्राइस वसूलने की शिकायत की थी। इसके बाद सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन एजेंसी (CCPA) ने इन दोनों कंपनियों को कथित तौर पर प्राइसिंग में अंतर को लेकर नोटिस भेजे थे। कंज्यूमर अफेयर्स मिनिस्टर, Pralhad Joshi कहा था कि प्राइसिंग में भेदभाव कंज्यूमर्स के अधिकारों का बड़ा उल्लंघन है।
  • चीन में टूरिस्ट के लिए घूमना हुआ आसान! Amap ने लॉन्च किया चीन का पहला अंग्रेजी भाषा वाला मैप
    चीन के लीडिंग नेविगेशन प्लेटफार्मों में से एक, Amap ने आधिकारिक तौर पर विदेशी यूजर्स को लक्षित करते हुए अपना पहला अंग्रेजी भाषा का मैप लॉन्च किया है। यह कदम कथित तौर पर गैर-चीनी भाषियों के लिए चीन की यात्रा को और अधिक सुलभ बनाएगा। इसके अलावा ऐप डेवलपर का मानाना है कि इससे पर्यटन उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा।

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